मथुरा। सोमवार को मूर्धन्य स्वतंत्रता सेनानी और पत्रकारिता का प्रकाश स्तंभ गणेश शंकर विद्यार्थी जी का बलिदान दिवस कौमी एकता मंच मथुरा और भारत की कम्युनिस्ट पार्टी ( माले ) की जिला कमेटियों के संयुक्त तत्वावधान में भगतसिंह पार्क में होने वाले वार्षिक होली मिलन समारोह में मनाया गया । 

महान क्रांतिकारी भगत सिंह की शहादत दिनांक 23 मार्च 1931 के बाद देश के नौजवानों  के उबाल को भटकाने के लिए अंग्रेजों की शह पर कानपुर में सांप्रदायिक तत्वों ने हिंदू मुस्लिम दंगा भड़का दिया था । विद्यार्थी जी उस दंगे को शांत करने की कोशिश में सांप्रदायिक गुंडों के हाथों 25 मार्च 1931 को शहीद हो गए थे । ऐसी स्थिति में जब न्यूज रूम और एडिटर केबिन में बैठकर बहुत से सत्ता पोषित लोग दिन रात देश के हिंदू मुसलमानों को आपस में लड़ाने की योजनाएं बनाते हैं और असल मुद्दों से जनता को भटका कर सरकारी एजेंडे को आगे बढ़ाते हैं , विद्यार्थी जी का जनपक्षधर पत्रकारिता के लिए सर्वोच्च बलिदान और अधिक प्रसांगिक हो गया है । वे उन पत्रकारों की सदैव प्रेरणा बने रहेंगे जो मूल्यों की रक्षा के लिए अपनी जान की कीमत अदा कर सकेंगे । 

समारोह में वरिष्ठ कम्युनिस्ट नेता शिवदत्त चतुर्वेदी , भारत की कम्यूनिस्ट पार्टी ( माले ) के नेता नसीर शाह एडवोकेट और गिरधारी लाल चतुर्वेदी, पेट्रोलियम वर्कर्स यूनियन के अध्यक्ष मधुवन दत्त चतुर्वेदी एडवोकेट, कौमी एकता मंच मथुरा के अध्यक्ष जीसस चतुर्वेदी 'उत्कर्ष' एडवोकेट , सांप्रदायिकता विरोधी समिति के मनोज गौड़, पत्रकार विवेक मथुरिया, आरटीआई कार्यकर्ता उमाशंकर शर्मा, एआईएसएफ के नेता रवि शर्मा, कौमी एकता मंच मथुरा के कार्यकारिणी सदस्य खलील खान, शरद चतुर्वेदी एडवोकेट, विकास चतुर्वेदी, अमित चतुर्वेदी एडवोकेट और अनंत चतुर्वेदी तथा मानव सेवा धर्म के फतेह सिंह एडवोकेट ने गणेश शंकर विद्यार्थी जी की छवि पर पुष्पांजलि अर्पित कर उनका पुण्य स्मरण किया ।
- Legend News

मिलती जुलती खबरें

Recent Comments

Leave A Comment

Don’t worry ! Your Phone will not be published. Required fields are marked (*).