संदेशखाली में महिलाओं के यौन उत्पीड़न, भूमि कब्जा और जबरन वसूली के मामले की गहन तहकीकात के लिए केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) कैंप ऑफिस खोलने जा रही है। इस ऑफिस की सुरक्षा के लिए केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (CRPF) के जवानों की दो प्लाटून तैनात की जाएगी। पश्चिम बंगाल में चुनाव के बाद हुई हिंसा के सिलसिले में सीबीआई की एक टीम ने पूर्वी मिदनापुर में 2 टीएमसी नेताओं के घर छापेमारी की। 
कैंप ऑफिस खुलने के बाद जांच में बहुत तेजी आएगी। रोजाना कोलकाता से संदेशखाली आना-जाना में समय बचेगा। स्थानीय लोगों से संपर्क कर शिकायत दर्ज कराने का आसान माध्यम होगा। अभी ईमेल के माध्यम से शिकायतें ली जा रही हैं फिर कोई भी अपनी शिकायत दे पाएगा। शिकायतों को भौतिक रूप से दाखिल करने की प्रक्रिया के साथ ई-फाइलिंग की व्यवस्था भी जारी रहेगी। इसके साथ ही सीबीआई अधिकारी कैंप ऑफिस में ही गवाहों या संदिग्धों से पूछताछ कर सकेगी।
महिलाओं पर शिकायत वापसी का दबाव
संदेशखाली यौन उत्पीड़न की शिकायत दर्ज कराने वाली महिलाओं पर इस समय शिकायत वापस लेने का काफी दबाव है। कैंप आफिस खुलने के बाद महिलाओं को ताकत मिलेगी। सीबीआई अधिकारी ग्राउंड जीरो से जब काम करेंगे तो पीड़ितों के बीच विश्वास पैदा होगा और इनकी सुरक्षा भी तय की जा सकेगी।
बंगाल पुलिस ने लगाया हैं कैंप
सीबीआई से पहले पश्चिम बंगाल की पुलिस कैंप लगाकर शिकायत सुन रही है। अब यही काम सीबीआई करने जा रही है। इनकी सुरक्षा के लिए गृह मंत्रालय सीआरपीएफ की 2 प्लाटून तैनात करेगा। विपक्ष ने लोकसभा चुनाव से पहले इस कदम का विरोध किया है।आरोप है कि बीजेपी ने चुनाव में बिना कोई मुद्दा मिले संदेशखाली की धरती पर कब्जा कर गंदी राजनीति की है।
बैंक की शाखा में खुलेगा कैंप
शिकायतों की जांच के लिए सीबीआई संदेशखाली में भारतीय स्टेट बैंक शाखा में कार्यालय खोलेगा। संदेशखली कांड की जांच में अब तक 900 शिकायतें आई हैं। ईमेल से शिकायत के कारण कई शिकायतें अभी भी नहीं मिल पाई हैं।
-Legend News

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