डोंबिवली एमआईडीसी के सोनारपाडा इलाके में कूलिंग ऑपरेशन जारी है। गुरुग्राम दोपहर को यहां बॉयलर विस्फोट के बाद बड़ी घटना हुई थी। अमुदान केमिकल कंपनी में दोपहर 1:33 बजे हुए भयानक विस्फोट में अब तक 10 लोगों की मौत हुई है। अब भी 60 से ज्यादा लोग घायल हैं। पुलिस ने अमुदान केमिकल्स के मालिकों के खिलाफ गैर इरादतन हत्या और विस्फोटक पदार्थों- खतरनाक रसायनों से संबंधित कानून की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है। कल्याण के तहसीलदार सचिन शेजल ने बताया कि मृतक संख्या 10 हो गई है। यह और भी बढ़ सकती है क्योंकि उन्हें परिसर में और शव होने का संदेह है। फिलहाल मलबा हटाने का काम जारी है। इसके अलावा कई महिलाओं सहित 64 लोगों का 6 से ज्यादा अलग-अलग अस्पतालों में उनका इलाज चल रहा है। यह धमाका इतना जोरदार था कि इसकी आवाज़ तीन से ज्यादा किलोमीटर तक सुनाई दी। फैक्टरी से उठता धुआं भी दूर से देखा जा सकता था। आस-पास की 8 से 10 फैक्टरियों को भी धमाके से नुकसान पहुंचा और उनके भी कुछ कर्मचारी घायल हो गए। कंपनी के पास कल्याण-शील रोड पर शोरूम, सोनारपाडा और सागांव में कई फ्लैट, घरों और दुकानों के भी शीशे टूट गए। काफी देर तक किसी को समझ ही नहीं आया कि आखिर हुआ क्या है?
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि लोग बदहवास घरों और इमारतों से बाहर भागने लगे। इससे कंपनी के नजदीक मानपाडा रोड पर भारी ट्रैफिक जाम लग गया। केडीएमसी फायर ब्रिगेड के चीफ फायर ऑफिसर नामदेव चौधरी ने बताया कि फायर ब्रिगेड ने यहां से 8 लोगों के जले हुए शव निकाले हैं। क्रवार सुबह दो और शव बरामद हुए हैं। 
कई घरों और कंपनियों को नुकसान
धमाके के बाद डोंबिवली (ईस्ट) में हर तरफ धुआं ही धुआं छाया हुआ था। घटनास्थल पर आग की ऊंची लपटें दिख रही थीं। धमाके की आवाज सुनते ही केडीएमसी फायर ब्रिगेड मौके पर पहुंची और आग पर काबू पाना शुरू किया। विस्फोट में ओमेगा, श्रीनिवास, कॉसमॉस, डेक्कन, पेम्को, चावरे इंडस्ट्रीज, महल प्रिंटिंग प्रेस, शक्ति इंटरप्राइजेज, मॉडल इंडस्ट्रीज, राज संस इंडस्ट्रीज, टेक्नो फाइबर सहित कई कंपनियों और घरों को नुकसान पहुंचा है। आस-पास की कंपनियों में काम करने वाले कर्मचारी भी घायल हुए हैं। 
कार में बैठा था, हुआ घायल
काल्हेर निवासी किशोर विस्पुते कंपनी के बाहर अपनी कार में बैठे थे, तभी विस्फोट के कारण कार का शीशा टूट गया और इसके टुकड़े उनके शरीर में घुस गए। इससे वह घायल हो गए। उन्हें आईसीयू में रखा गया है। कंपनी में काम करने वाली बदलापुर की मधुरा कुलकर्णी के सिर पर चोट लगी है। 2012 के बाद से डोंबिवली एमआईडीसी क्षेत्र में यह चौथा विस्फोट है। विस्फोट की तीव्रता के कारण शील रोड पर कई घरों और दुकानों के शीशे टूट गए हैं। 
17 फायर इंजनों ने बुझाई आग
हादसे के बाद तुरंत फायर ब्रिगेड की गाड़ियां मौके पर पहुंच गई थीं। फायर फाइटर्स ने आग बुझाना शुरू कर दिया। मौके पर 17 फायर इंजन, पानी के 12 टैंकर, 8 से 10 ऐम्बुलेंस, पुलिस, एनडीआरएफ, टीडीआरएफ, केडीएमसी अधिकारी मौजूद थे। युद्धस्तर पर राहत कार्य शुरू कर दिया गया। धमाके में घायल हुए 62 लोगों को डोंबिवली के एम्स, नेप्च्यून, ऑरीडेम, शास्त्री नगर, ममता, गजानन, शिवम अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। इलाज के लिए नेप्च्यून अस्पताल में भर्ती कराए गए प्रतीक वाघमारे, रुद्यांश दलवी को इलाज के बाद छुट्टी दे दी गई। राजन गोथनकर, अक्षता पाटिल को सिटी स्कैन के लिए भेजा गया। राजन गोथनकर डोंबिवली के गांधी नगर में रहते थे और अपने शुद्ध लाइट्स कार्यालय में बैठे थे। विस्फोट से वह भी घायल हो गए। 
2016 में गई थी 12 की जान
16 मई 2016 में भी इस क्षेत्र में ऐसा भयानक हादसा हुआ था, जिसमें 12 लोगों ने जान गवां दी थी। उस वक्त डोंबिवली एमआईडीसी स्थित प्रोब्स कंपनी में कई धमाके हुए थे। हादसे में 126 लोग घायल हुए थे। ब्लास्ट के लिए जांच समिति बनी थी, लेकिन उसकी सिफ़ारिशें आज तक लागू नहीं हुई हैं। लोग इसकी कई बार सरकार से मांग कर चुके हैं।
-Legend News

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