प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सर्वाइकल कैंसर को लेकर माइक्रोसॉफ्ट के संस्थापक बिल गेट्स से कहा कि सरकार सभी लड़कियों को सर्वाइकल कैंसर की वैक्सीन लगवाना चाहती है. नई सरकार का गठन होने के बाद सर्वाइकल कैंसर की रिसर्च करने के लिए देश के वैज्ञानिकों को फंड आवंटित किया जाएगा. पीएम मोदी के बयान से साफ है कि सरकार देश में ही इस कैंसर और इसकी वैक्सीन को लेकर रिसर्च करवाने का प्लान बना रही है. इससे पहले पिछले महीने अंतरिम बजट पेश करते हुए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने भी ऐलान किया था कि सरकार 9 से 14 साल तक की सभी लड़कियों को सर्वाइकल कैंसर से बचाने के लिए बड़े स्तर पर टीकाकरण अभियान चलाएगी.

सर्वाइकल कैंसर से बचने के लिए 9 से 14 साल की सभी लड़कियों को HPV वैक्सीन लगवानी चाहिए. यह वैक्सीन कैंसर से 98 पर्सेंट तक बचाव कर सकती है. वैक्सीन लगवाने से कम उम्र की लड़कियों की इम्यूनिटी तेजी से बूस्ट हो जाती है और ह्यूमन पैपिलोमा वायरस (HPV) का खतरा कम हो जाता है. सर्वाइकल कैंसर के 90 फीसदी मामले इसी वायरस की वजह से सामने आते हैं. खास बात यह है कि 14 साल तक की लड़कियों के लिए इस वैक्सीन की सिर्फ एक डोज काफी है. 15 या इससे ज्यादा उम्र की लड़कियों को एचपीवी वैक्सीन की 2 से 3 डोज लेनी पड़ती हैं. यह वैक्सीन 26 साल तक सबसे ज्यादा इफेक्टिव है और ज्यादा उम्र में कम असर करती है.

अगर इस वैक्सीन की कीमत की बात करें तो प्राइवेट हॉस्पिटल में एचपीवी वैक्सीन की एक डोज की कीमत करीब 2000 रुपये होती है, जबकि इंपोर्टेड वैक्सीन की कीमत 3500 रुपये तक होती है. हालांकि केंद्र सरकार इस वैक्सीन को लेकर अभियान चलाएगी, जिससे सभी लड़कियों को यह वैक्सीन आसानी से मिल पाएगी. सर्वाइकल कैंसर का खतरा कमजोर इम्यूनिटी वाली महिलाओं को ज्यादा होता है. इसके अलावा एचआईवी संक्रमण, मल्टीपल सेक्सुअल पार्टनर, जेनिटल हाइजीन की कमी और कम उम्र में बच्चे होने वाली महिलाएं भी इसका शिकार ज्यादा होती हैं. स्मोकिंग करने से भी इस कैंसर का खतरा बढ़ता है.
- Legend News


 

मिलती जुलती खबरें

Recent Comments

Leave A Comment

Don’t worry ! Your Phone will not be published. Required fields are marked (*).