मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल में देश को नया विदेश सचिव भी मिल गया है। दरअसल, आज सरकार ने देश के डिप्टी NSA विक्रम मिस्री को अगला विदेश सचिव बनाने का ऐलान किया है। कार्मिक मंत्रालय ने उनके नियुक्ति का आदेश जारी करते हुए बताया कि 15 जुलाई से विक्रम मिस्त्री देश के विदेश सचिव होंगे। 
अभी कौन हैं विदेश सचिव
बता दें अभी देश के विदेश सचिव के पद पर विनय मोहन क्वात्रा हैं। हालांकि उनका कार्यकाल इस साल 30 अप्रैल को ही खत्म हो गया था लेकिन पीएम मोदी की अध्यक्षता वाली कैबिनेट की नियुक्ति समिति ने उनका कार्यकाल 6 महीने के लिए बढ़ा दिया था। बता दें कि विनय मोहन क्वात्रा ने साल 2022 में विदेश सचिव का कार्यकाल संभाला था। कार्मिक मंत्रालय की तरफ से जारी आदेश में कहा गया कि मंत्रिमंडल की नियुक्ति समिति ने राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद सचिवालय में डिप्टी NSA विक्रम मिस्री की विदेश सचिव के पद पर नियुक्ति को मंजूरी दे दी है। इसके साथ ही डिप्टी NSA के रूप में विक्रम मिस्री के कार्यकाल को भी कम करने को मंजूरी दे दी। 
विदेश सचिव का पद कितना महत्पूर्ण होता है?
विदेश सचिव भारत सरकार के विदेश मंत्रालय का शीर्ष अधिकारी होता है। यह एक महत्वपूर्ण पद है और विदेश सचिव भारत की विदेश नीतियों को बनाने महत्वपूर्ण भूमिका होती है।विदेश सचिव प्रधानमंत्री, विदेश मंत्री और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ मिलकर काम करते हैं ताकि भारत के राष्ट्रीय हितों को सर्वोत्तम रूप से कैसे बढ़ावा दिया जाए, इस पर रणनीति तैयार की जा सके। विदेश सचिव बनने के लिए एक IFS अधिकारी को विदेश नीति, अंतर्राष्ट्रीय संबंधों और कूटनीति में गहरा ज्ञान होना चाहिए।
-Legend News

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