मथुरा। दंत चिकित्सा के क्षेत्र में समूचे बृज मण्डल में अपनी विशिष्ट पहचान रखने वाला के.डी. डेंटल कॉलेज एण्ड हॉस्पिटल लगातार अपनी चिकित्सा सुविधाओं में इजाफा कर रहा है। हाल ही में प्रबंधन के प्रयासों से यहां पीडोडॉन्टिक्स विभाग को दूसरी कॉन्शियस सेडेशन मशीन की सौगात मिली है। कॉन्शियस सेडेशन मशीन की उपयोगिता पर आयोजित दो दिवसीय चेतन बेहोशी कार्यशाला में विशेषज्ञों ने सैकड़ों बीडीएस छात्र-छात्राओं, एमडीएस प्रशिक्षुओं तथा दंत चिकित्सकों को बताया कि कॉन्शियस सेडेशन मशीन छोटे बच्चों की दर्दरहित दंत चिकित्सा का सबसे अच्छा माध्यम है।

दो दिवसीय कार्यशाला के पहले दिन अहमदाबाद के प्रख्यात वक्ता डॉ. आकाश पटदोइया ने बताया कि सेडेशन दंत चिकित्सा आपको आरामदायक बनाए रखती है। यह दांतों की चिन्ता से पीड़ित लोगों या लम्बे समय से इलाज करा रहे लोगों तथा बच्चों के लिए काफी फायदेमंद है। उन्होंने बताया कि सचेतन बेहोश करने की तकनीक एक ऐसी तकनीक है जिसमें किसी दवा या नशीली दवाओं के उपयोग से केंद्रीय तंत्रिका तंत्र (सीएनएस) में अवसाद की स्थिति उत्पन्न हो जाती है, जिससे उपचार किया जा सकता है, लेकिन इस दौरान बेहोश करने की पूरी अवधि के दौरान रोगी के साथ मौखिक सम्पर्क बनाए रखा जाता है। बेहोश करने की क्रिया का स्तर ऐसा होना चाहिए कि रोगी सचेत रहे, सुरक्षात्मक प्रतिक्रिया बनाए रखे और मौखिक आदेशों को समझने तथा उनका जवाब देने में सक्षम हो। उन्होंने कहा कि कॉन्शियस सेडेशन पूरी तरह से सुरक्षित है।

दूसरे दिन जयपुर के विशेषज्ञ दंत चिकित्सक डॉ. दीपेश प्रजापति ने बताया कि सचेतन बेहोशी एक ऐसी चीज़ है जो दंत चिकित्सकों को अपने दंत चिकित्सालय में कई रोगियों का इलाज करने की अनुमति देती है। यह चिंता वाले रोगियों के लिए एक शानदार विकल्प है और इसका उपयोग रूट कैनाल, गहरी मसूड़ों की सफाई और दंत प्रत्यारोपण सहित कई उपचारों के लिए किया जा सकता है। सेडेशन दंत चिकित्सा दांत निकालने के बारे में आपकी चिंता को प्रबंधित करने और यह सुनिश्चित करने का एक तरीका है कि इसके बाद कोई दर्द न हो।

डॉ. प्रजापति ने बताया कि मौखिक चेतन बेहोशी एक प्रकार की बेहोशी है जिसे आप अपनी प्रक्रिया से पहले मौखिक रूप से लेते हैं। इसका उपयोग किसी भी दंत प्रक्रिया के लिए किया जा सकता है लेकिन इसका उपयोग आमतौर पर दांत निकालने के लिए किया जाता है। उपचार के दौरान दवा आपको आराम और शांति महसूस करने में मदद करेगी, जिससे आप अपने मुंह में क्या हो रहा है, इसके बारे में घबराहट या चिंता महसूस किए बिना कुर्सी पर आराम कर पाएंगे। दूसरे दिन के अंतिम सत्र में "हैंड्स ऑन प्रोग्राम" के दौरान  प्रत्येक पंजीकृत प्रतिभागी को कॉन्शियस सेडेशन मशीन का प्रशिक्षण देने के साथ उसे काम करने का मौका दिया गया।

आर.के. एज्यूकेशनल ग्रुप के अध्यक्ष डॉ. रामकिशोर अग्रवाल ने के.डी. डेंटल कॉलेज में कॉन्शियस सेडेशन की दूसरी इकाई की स्थापना पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि इससे बृज मण्डल के दंत पीड़ितों को दर्दरहित उपचार में मदद मिलेगी। डॉ. अग्रवाल ने कहा कि हमारा उद्देश्य हर बृजवासी को निरोगी रखना है। प्रबंध निदेशक मनोज अग्रवाल ने कहा कि कॉन्शियस सेडेशन मशीन बच्चों के दंत उपचार में वरदान साबित होगी। अंत में संस्थान के डीन और प्राचार्य डॉ. मनेष लाहौरी ने इस सफल कार्यशाला के लिए विभागाध्यक्ष पेडोडॉन्टिक्स डॉ. सोनल गुप्ता और उनके टीम सदस्यों की मुक्तकंठ से प्रशंसा की।
- Legend News

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