पायल कपाड़िया भारत की पहली ऐसी निर्देशक, जिन्होंने कान 2024 में इंटरनेशनल मंच पर भारत को गौरान्वित किया है।

बता दें कि 'ग्रांड प्रिक्स पाल्मे डी' अवॉर्ड फिल्म फेस्टिवल का दूसरा सबसे प्रतिष्ठित पुरस्कार है। कान में फिल्म को 8 मिनट का स्टैंडिंग ओवेशन मिला। तालियों की गड़गड़ाहट से पूरा हॉल गूंज उठा।

‘शुक्रिया कांस फिल्म फेस्टिवल हमारी फिल्म को यहां प्रीमियर करने के लिए। प्लीज एक और भारतीय फिल्म के लिए हमें अगले 30 वर्षों तक इंतजार न कराएं।’

शनिवार को 77वें कांस फिल्म फेस्टिवल के मंच पर यह कहते हुए इंडियन फिल्ममेकर पायल कपाड़िया ने समारोह का दूसरा सबसे प्रतिष्ठित अवॉर्ड हासिल किया।

पायल की फिल्म ‘ऑल वी इमैजिन एज लाइट’ को यहां ग्रैंड प्रिक्स अवाॅर्ड से नवाजा गया। इसके साथ ही पायल यह अवॉर्ड अपने नाम करने वाली पहली भारतीय फिल्ममेकर बन चुकी हैं।

कौन हैं पायल कपाड़िया
पायल कपाड़िया एक भारतीय फिल्म निर्देशक हैं, जिनकी फीचर फिल्म 'ऑल वी इमैजिन ऐज लाइट' कान फिल्म मोहत्सव के कॉम्पटीशन तक पहुंची है। 77वें कान फिल्म फेस्टिवल में फीचर फिल्म 'ऑल वी इमैजिन ऐज लाइट' ने सभी का दिल जीत लिया। दुनियाभर में पायल की इस फिल्म की चर्चा हो रही है। कान फेस्टिवल में 'ऑल वी इमैजिन ऐज लाइट' का प्रीमियर हुआ, जिसकी तारीफ में वहां पर मौजूद लोगों ने 8 मिनट तक खड़े होकर लगातार तालियां बजाईं। इस फिल्म के बेहतरीन निर्देशन का श्रेय पायल कपाड़िया को जाता है। इससे पहले पायल की फिल्म 'ए नाइट ऑफ नोइंग नथिंग' को 2021 में कान फिल्म फेस्टिवल में सर्वश्रेष्ठ डॉक्यूमेंट्री फिल्म के लिए 'गोल्डन आई' अवार्ड मिला था। उनकी फिल्म आफ्टरनून क्लाउड्स एक ऐसी भारतीय फिल्म थी, जिसे 70वें कान फिल्म फेस्टिवल के लिए चुना गया था। उन्होंने अपनी फिल्म 'ऑल वी इमेजिन एज लाइट' के लिए 2024 के कान फिल्म फेस्टिवल में 'ग्रैंड प्रिक्स' अवार्ड जीता है।
-Legend News 

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