सिंधी सपूत हेमू कलानी का बलिदान दिवस मनाया गया
मथुरा। सिंधी सपूत अमर शहीद हेमू कलानी का 78 वां बलिदान दिवस सिंधी धर्मशाला में मनाया गया। सर्वप्रथम सिंधी जनरल पंचायत के अध्यक्ष नारायण दास लखवानी ने हेमू कलानी की छवि पर माल्यार्पण कर श्रद्धासुमन अर्पित किए।
सिंधी काउंसलिंग ऑफ इंडिया के प्रदेश उपाध्यक्ष गुरमुखदास ने कहा कि हेमू कलानी के बलिदान दिवस पर हम यह संकल्प लें कि समाज के उत्थान एवं सामाजिक व राजनीतिक अधिकारों की प्राप्ति हेतु समय-समय पर एकजुट होकर सामाजिक कार्य करते रहेंगे।
उप्र लाड़ी लोहाणा सिंधी पंचायत के प्रदेश महामंत्री रामचंद्र खत्री ने बताया की हेमू कालानी ने मात्र 19 वर्ष की आयु में जो देश के लिए अपना बलिदान दिया उससे समाज को सीख लेनी चाहिए।
सिंधी जागरूक मंच के संस्थापक किशोर इसरानी ने युवाओं को हेमू कलानी के बलिदान से सीख लेकर देश सेवा करने हेतु आगे आने का आह्वान करते हुए कहा कि 23 मार्च 1923 को जन्मे हेमू कलानी जब मात्र 7 वर्ष के थे तब वह तिरंगा लेकर अंग्रेजो की बस्ती में अपने दोस्तों के साथ क्रांतिकारी गतिविधियों का नेतृत्व करते थे | उन्होंने अंग्रेजों की ट्रेन पलटाने के उद्देश्य से पटरियां उखाड़नी शुरू की किन्तु वह पकड़े गए और साथियों का नाम न बताने पर मात्र 19 वर्ष की उम्र में उन्हें फांसी दे दी गई। सिंधी समाज हेमू कलानी के बलिदान को कभी नहीं भुला सकता।
इस मौके पर बसंत लाल मंगलानी, जीवतराम चंदानी, किशन चंद भाटिया, हरीश चावला, जितेंद्र लालवानी, चंदनलाल आडवाणी, सुदामा खत्री आदि ने हेमू कलानी को श्रद्धांजलि अर्पित की।