यूपी की हिंसा में मारे गए लोगों के परिजनों को सपा देगी पांच-पांच लाख
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ हुए प्रदर्शनों के दौरान लखनऊ में जान गंवाने वाले मोहम्मद वकील के परिजनों से रविवार को मुलाकात की।
अखिलेश रविवार दोपहर मोहम्मद वकील के घर पर पहुंचे और परिवार से मिलकर संवेदना जताई। मोहम्मद वकील के परिजन से मुलाकात के बाद अखिलेश ने कहा कि यूपी में सीएए के खिलाफ प्रदर्शन में जान गंवाने वाले सभी लोग पुलिस की गोली से ही मरे थे। अखिलेश ने कहा कि उनकी पार्टी हिंसा में मारे गए सभी लोगों के परिवार को पांच-पांच लाख रुपये का मुआवजा देगी।
अखिलेश ने यहां मीडिया से बात करते हुए कहा कि बीजेपी नागरिकता संशोधन कानून के समर्थन में जो कैंपेन चला रही है, वह लोगों को गुमराह करने वाला है। अखिलेश ने आरोप लगाते हुए कहा कि लखनऊ में प्रदर्शन के दौरान जान गंवाने वाले मोहम्मद वकील की मौत कैसे हुई इसकी जांच होनी चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि मोहम्मद वकील किसी प्रदर्शन का हिस्सा नहीं था, ऐसे में उसकी मौत किसकी गोली से हुई इसकी जांच होनी चाहिए।
अखिलेश यादव ने यह भी कहा कि देश का हर इंसान नागरिकता संशोधन कानून, एनआरसी और एनपीआर के विरोध में है। जब आधार कार्ड में सारी डिटेल्स पहले ही ली जा चुकी हैं तो एनपीआर और एनआरसी जैसी चीजों की जरूरत क्या है। अखिलेश ने कहा कि बीजेपी भी यह जानती है कि उनके द्वारा बनाया गया कानून असंवैधानिक है।
सर्फुद्दीन ने कहा, ‘एक लाख रुपये मिले’
अखिलेश ने मोहम्मद वकील के पिता सर्फुद्दीन को समाजवादी पार्टी की ओर से 1 लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने की बात कही और कहा कि योगी सरकार को पीड़ित परिवार की मदद करनी चाहिए। मोहम्मद वकील के पिता सर्फुद्दीन ने कहा कि अखिलेश यादव को उन्होंने बताया कि उन्हें सरकार की तरफ से एक मकान और पांच लाख रुपये की सहायता दी गई है।
मोहम्मद वकील के पिता बोले, हम संतुष्ट हैं
सर्फुद्दीन ने कहा कि वह सरकार की कार्यवाही से पूरी तरह से संतुष्ट हैं। उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी की ओर से उन्हें एक लाख रुपये की आर्थिक मदद दी गई है। सर्फुद्दीन ने कहा कि योगी सरकार की ओर से उन्हें 5 लाख रुपये और डूडा का एक मकान दिलाया गया है। वह सरकार की कार्यवाही से पूरी तरह से संतुष्ट हैं और उन्हें किसी से शिकायत नहीं।
-एजेंसियां