पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान के साथ अपने संबंधों को सीमित करने के भारत के फैसले पर पाकिस्तान के उप प्रधानमंत्री इसहाक़ डार का बयान आया है.
पाकिस्तान के एक निजी चैनल पर इसहाक़ डार ने कहा कि 'भारत की ओर से की गई घोषणाएं बचकाना और गंभीरता की कमी को दर्शाती हैं.' 
भारत हर घटना के लिए पाकिस्तान को दोषी ठहराता है और अतीत की तरह, इस बार भी ब्लेम गेम पाकिस्तान की तरफ़ डालने की कोशिश की गई है. 
उन्होंने कहा है, "बैठक में हम भारत को मुंहतोड़ जवाब देंगे, यह जवाब कम नहीं होगा."
सिंधु जल संधि के बारे में इसहाक़ डार ने कहा कि इस पर भारत के साथ हमारी लंबे समय से समस्या रही है.
इशाक डार का कहना है कि अगर भारत के पास सबूत हैं तो उसे सामने लाना चाहिए.
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में मंगलवार को आतंकी हमला हुआ था. इस हमले में 26 लोगों की मौत हुई है और कई लोग घायल हुए हैं.
इसके बाद भारत सरकार ने पाकिस्तान के साथ दशकों पुराने सिंधु जल संधि को निलंबित करने और पाकिस्तानी नागरिकों को एक मई तक भारत छोड़ देने का आदेश दिया है. 
भारतीय हमले का मुंहतोड़ जवाब देंगे: रक्षा मंत्री 
पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ़ का कहना है कि पाकिस्तान भारत की ओर से उठाए गए क़दमों पर तत्काल प्रतिक्रिया नहीं देना चाहता है.
एक पाकिस्तानी चैनल से बात करते हुए उन्होंने कहा कि भारत में हुई घटना निंदनीय है और आतंकवाद का किसी भी तरह से समर्थन नहीं किया जा सकता है.
सिंधु जल संधि के निलंबन पर बोलते हुए रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने कहा कि भारत लंबे समय से इससे बाहर निकलना चाहता रहा है.
रक्षा मंत्री ने कहा कि पाकिस्तान किसी भी भारतीय हमले का मुंहतोड़ जवाब देने की 100 फ़ीसदी स्थिति में है.
उन्होंने कहा कि भारत हवाई क्षेत्र उल्लंघन के लिए अभिनंदन के रूप में दिए गए जवाब को याद रखेगा.
पाकिस्तानी रक्षा मंत्री के मुताबिक बलूचिस्तान में भारत के संरक्षण में आतंकवाद पनप रहा है. जाफर एक्सप्रेस की घटना में क्या हुआ, यह सभी जानते हैं. भारत ने अलगाववादियों को पनाह दी है. बलूचिस्तान के अलगाववादी इलाज के लिए भारत जाते हैं. इसके कई सबूत हैं.
ख्वाजा आसिफ़ ने कहा कि भारत को पहलगाम की घटना के लिए दूसरों को दोष देने के बजाय खुद को ज़िम्मेदार ठहराना ​​चाहिए.
उन्होंने कहा, यह भी संभव है कि पहलगाम हमला भारत की ओर से ही किया गया एक 'झूठा अभियान' हो.
उन्होंने कहा, किसी को भारत से पूछना चाहिए कि अगर कश्मीर में निर्दोष लोग मारे जा रहे हैं तो दशकों से वहां मौजूद सात लाख सैनिक क्या कर रहे हैं? 
-Legend News

मिलती जुलती खबरें

Recent Comments

Leave A Comment

Don’t worry ! Your Phone will not be published. Required fields are marked (*).