अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सोमवार को ईरान में सत्ता परिवर्तन को लेकर टिप्पणी की. ट्रंप ने अपने ट्रुथ सोशल पर लिखा, सत्ता परिवर्तन कहना राजनीतिक तौर पर सही नहीं माना जाता लेकिन अगर मौजूदा ईरानी सरकार ईरान को फिर से महान नहीं बना पा रही है, तो फिर सत्ता परिवर्तन क्यों नहीं होना चाहिए? मेक ईरान ग्रेट अगेन.
हालांकि रविवार को हुई प्रेस ब्रीफिंग में अमेरिकी रक्षा मंत्री पीट हेगसेथ ने कहा था कि ईरान के परमाणु ठिकानों पर किया गया हमला सत्ता परिवर्तन के लिए नहीं था. उन्होंने कहा था, यह मिशन सत्ता बदलने के लिए नहीं था और न ही अब ऐसा कोई उद्देश्य है. 
इसके अलावा अमेरिकी उप राष्ट्रपति जेडी वेंस ने एबीसी न्यूज़ से कहा था, सबसे पहली बात कि हम सत्ता परिवर्तन नहीं चाहते. हम ईरान के परमाणु कार्यक्रम को ख़त्म करना चाहते हैं. अमेरिका ने रविवार को ईरान के तीन परमाणु ठिकानों फ़ोर्दो, नतांज़ और इस्फ़हान पर हमले किए थे.
इसके बाद ईरान के अधिकारियों ने पुष्टि की थी कि इन परमाणु ठिकानों को निशाना बनाया गया था. हालांकि उन्होंने इस दावे को ख़ारिज किया था कि इससे कोई बड़ा नुकसान हुआ है. 
ट्रंप का दावा: ईरान के सभी परमाणु ठिकानों को भारी नुकसान पहुंचाया 
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ट्रुथ सोशल पर एक पोस्ट में कहा है कि अमेरिका ने ईरान के सभी परमाणु ठिकानों पर हमले कर भारी नुकसान पहुंचाया है.
उन्होंने लिखा कि 'पूर्ण विनाश' इस हमले को सही तरीके से बयान करता है.
ट्रंप ने लिखा, सैटेलाइट तस्वीरों से पता चलता है कि ईरान के सभी परमाणु ठिकानों को बहुत बड़ा नुकसान हुआ है. इसे 'पूर्ण विनाश' कहना बिल्कुल सही होगा. 
जो सफेद संरचना दिखाई दे रही है, वह चट्टानों के अंदर गहराई तक बनी है, जिसकी छत भी ज़मीन के नीचे है और वह आग से पूरी तरह सुरक्षित है. लेकिन असली और सबसे बड़ा नुकसान ज़मीन के काफ़ी नीचे हुआ है. एकदम निशाने पर. 
ईरान के तीन परमाणु ठिकानों पर अमेरिका के हमले के बाद ट्रंप ने ईरान को चेतावनी दी थी.
उन्होंने कहा था, या तो अब शांति होगी या फिर ईरान के लिए एक ऐसी त्रासदी आएगी जो पिछले आठ दिनों में देखी गई घटनाओं से कहीं ज़्यादा बड़ी होगी. 
अमेरिका ने विदेशों में रह रहे और यात्रा कर रहे अपने नागरिकों को दी सलाह 
अमेरिका के विदेश मंत्रालय ने एक नया सुरक्षा अलर्ट जारी किया, जिसमें विदेशों में रह रहे या यात्रा कर रहे अमेरिकी नागरिकों को ज़्यादा सतर्क रहने के लिए कहा गया है.
नए सुरक्षा अलर्ट में कहा गया है, इसराइल और ईरान के बीच चल रहे संघर्ष की वजह से मध्य पूर्व में यात्रा में रुकावटें आ रही हैं और कुछ इलाकों में हवाई क्षेत्र बंद किए जा रहे हैं. 
साथ ही दुनिया के कई हिस्सों में अमेरिकी नागरिकों और उनके हितों के ख़िलाफ़ प्रदर्शन होने की आशंका है. इसी वजह से अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने दुनिया भर में सभी अमेरिकी नागरिकों को अतिरिक्त सावधानी बरतने की सलाह दी है. 
अमेरिका ने रविवार को ईरान के तीन परमाणु ठिकानों फ़ोर्दो, नतांज़ और इस्फ़हान पर हमले किए थे. अमेरिका के इस हमले के बाद ईरान के विदेश मंत्री अब्बास अराग़ची ने अमेरिका पर यूएन चार्टर के उल्लंघन का आरोप लगाया था.
इसके अलावा मुस्लिम और अरब देशों ने भी ईरान पर किए गए इस अमेरिकी हमले की आलोचना की और इसे अंतर्राष्ट्रीय क़ानून का उल्लंघन बताया है. 
-Legend News

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