रिपोर्ट : LegendNews
केंद्रीय मंत्री ने बताया, 1700 नए विमान खरीदने वाली हैं भारत की एविएशन कंपनियां
केंद्र सरकार में नागरिक उड्डयन मंत्री के. राममोहन नायडू ने कहा है कि भारत में एविएशन कंपनियां 1,700 नए विमान खरीदने वाली हैं। इससे 2047 तक उनके पास कुल 3,500 विमान हो जाएंगे। फिलहाल भारतीय कंपनियों के पास करीब 850 एयरक्राफ्ट्स का बेड़ा है।
दुनिया का तीसरा बड़ा एविएशन मार्केट
शुक्रवार की रात उन्होंने "विंग्स इंडिया 2026" कार्यक्रम के कर्टेन रेजर कार्यक्रम के दौरान कहा कि भारत अब एविएशन सेक्टर में भी ऊंची उड़ान भर रहा है। उन्होंने बताया, "हमारे विमानों की संख्या दोगुनी होकर आज 850 हो गई है। हमने 1,700 से ज़्यादा विमानों का ऑर्डर दिया है, जो दुनिया में सबसे ज़्यादा है। हमारा लक्ष्य साल 2047 तक 3,500 विमानों का बेड़ा बनाना है।" भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा घरेलू विमानन बाजार है। जल्द ही, यह दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा हवाई यात्री बाजार भी बन जाएगा।
हर मिनट एक फ्लाइट
उन्होंने जिक्र किया कि साल 2024 के दौरान भारत में डोमेस्टिक फ्लाइट्स की संख्या 6 लाख थी, जो अब बढ़कर 11 लाख हो गई है। मंत्री ने बताया कि अब हर घंटे 60 ज़्यादा उड़ानें ऑपरेट हो रही हैं। मतलब कि हर मिनट कम से कम एक फ्लाइट। उन्होंने बताया कि भारत में हवाई अड्डों की संख्या भी बढ़ रही है। पिछले 10 सालों में 74 हवाई अड्डे से बढ़कर 160 हो गए हैं। आने वाले 5 सालों में, UDAN "उड़े देश का आम नागरिक" योजना के तहत 50 नए हवाई अड्डे बनाए जाएंगे।
200 और हवाई अड्डे
नायडू ने बताया, हम अगले 20 सालों में 200 और हवाई अड्डे बनाने के लिए तैयार हैं। दिल्ली-एनसीआर में जेवर, मुंबई में नवी मुंबई और चेन्नई में परंदूर के बाद, अब बेंगलुरु ने भी दूसरे हवाई अड्डे का प्रस्ताव रखा है। मंत्री ने यह भी बताया कि भारत में ड्रोन का बाजार भी बढ़ रहा है। हर साल 11,000 से ज़्यादा ड्रोन रजिस्टर हो रहे हैं। उन्होंने कहा, "हम एयर टैक्सी, ड्रोन कॉरिडोर और नए स्टार्टअप को मदद करने के लिए एक नियामक सैंडबॉक्स पर भी काम कर रहे हैं।
भारत में ही बनायें साजो-सामान
नायडू ने एविएशन कंपनियों से भारत में ही एविएशन इंडस्ट्री से जुड़े साजो-सामान बनाने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि एयरबस और बोइंग जैसी बड़ी कंपनियां भारत से लगभग 2 बिलियन डॉलर के एयरोस्पेस पार्ट्स और सेवाएं खरीदती हैं। हमारा लक्ष्य है कि यह आंकड़ा बढ़कर 10 बिलियन डॉलर हो जाए। हम चाहते हैं कि भारत में ही हवाई जहाज के स्ट्रक्चरल पार्ट्स, एविओनिक्स (विमान के इलेक्ट्रॉनिक उपकरण) और इलेक्ट्रॉनिक्स बनें। उन्होंने कहा, "हमारे आसमान अवसरों से भरे हैं, हमारी नीतियां स्थिर हैं, और हमारी साझेदारी सच्ची है। आइए, मिलकर विमानन का भविष्य बनाएं।
विंग्स इंडिया 2026 का थीम क्या
नायडू ने "विंग्स इंडिया 2026" की थीम भी बताई। थीम है - "भारतीय विमानन: भविष्य की राह- डिज़ाइन से लेकर तैनाती तक, निर्माण से लेकर रखरखाव तक, समावेशिता से लेकर नवाचार तक और सुरक्षा से लेकर स्थिरता तक"। उल्लेखनीय है कि "विंग्स इंडिया 2026" एक बड़ा कार्यक्रम है जो हर दो साल में होता है। इस बार यह हैदराबाद में 28 से 31 जनवरी को होगा। इसमें एयरलाइंस, विमान निर्माता, एविएशन सेक्टर के निवेशक, राज्य सरकारें, हवाई अड्डा बनाने वाले, माल ढुलाई और लॉजिस्टिक्स कंपनियां, कौशल विकास एजेंसियां और वित्तीय संस्थान। यह कार्यक्रम पूरी दुनिया के लोगों को एक साथ लाएगा।
-Legend News
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