मथुरा। गुरू पूर्णिमा (मुड़िया पूनों) महोत्सव श्रीकृष्ण-जन्मस्थान पर आज 21 जुलाई रविवार को बड़ी धूमधाम व हर्षोल्लास से मनाया गया।

श्रीकृष्ण-जन्मस्थान सेवा-संस्थान के तत्वावधान में श्रीकृष्ण संकीर्तन मण्डल एवं स्थानीय भक्तों के सहयोग से करोड़ों श्रद्धालुओं की आस्था से जुड़े श्रीगिरिराज पूजा महोत्सव के अन्तर्गत आज रविवार को प्रातः 9 बजे जन्मस्थान पर विराजमान श्रीगिरिराज महाराज का भव्य पंचामृत महाभिषेक हुआ।

इस संबंध में जानकारी देते हुये संस्थान के सचिव श्री कपिल शर्मा एवं सदस्य श्री गोपेश्वरनाथ चतुर्वेदी ने बताया कि भक्तों ने श्रद्धा एवं भाव से कई मन दूध, दही, घी, शर्करा एवं मधु से भगवान का महाभिषेक किया। शास्त्रीय एवं प्राचीन विधान के अनुसार सुगन्धित द्रव्य, केसर एवं अन्य वन्य, वस्तुओं का प्रयोग भी भगवान के महाभिषेक में किया गया। 

 परंपरागत रूप  से आयोजित यह महोत्सव आज संपूर्ण ब्रजमण्डल में अपने आप में एक प्रतिनिधि एवं अनूठा आयोजन बन गया है। ब्रजवासी तो इस आयोजन में सम्मिलित होकर आनन्द एवं सखा भाव की प्राप्ति करते ही हैं,  संपूर्ण देश से मुड़िया पूनौं पर ब्रज में पधारे श्रद्धालु भी  इस महोत्सव में सम्मिलित होकर अपार आनन्द एवं भक्ति की प्राप्ति करते हैं। अभिषेक के मध्य निरन्तर हरिनाम संकीर्तन एवं ब्रज के परंपरागत भजनों का गायन भी इस आयोजन को दिव्यता एवं भव्यता प्रदान करता है।  ज्ञान, वैराग्य एवं भक्ति के इस महान पर्व पर संपूर्ण जन्मस्थान परिसर को भव्य विद्युत सज्जा से सजाया, संवारा गया साथ ही  भगवान श्री केशवदेव जी एवं श्री गिरिराज महाराज  सुगन्धित पुष्प, पत्र आदि से निर्मित पुष्प कुंज में विराजकर भक्तों को दर्शन दे रहे हैं।

गुरू पूर्णिमा के अवसर पर श्रीकृष्ण-जन्मस्थान के पवित्र परिसर में विराजमान भगवान श्रीकेषवदेव जी एवं श्रीगिरिराज जी महाराज को भव्य, दिव्य एवं विशाल छप्पनभोग अर्पित किये गये। छप्पनभोग प्रसाद के मध्य विराजित भगवान के स्वरूप भक्तों को आनन्द से सराबोर कर रहे थे साथ ही दिनांक 15 जुलाई से प्रारम्भ हुए भण्डारा-प्रसाद सेवा सात दिन तक निरन्तर चली। जिसमें  हजारों-हजार श्रद्धालुओं ने ठाकुरजी के भण्डारे में प्रसाद पाकर अभिभूत हैं। 

इस सप्तदिवसीय श्रीगिरिराज पूजा महोत्सव एवं भव्य छप्पनभोग के कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए श्रीकृष्ण संकीर्तन मण्डल के सदस्यगणों द्वारा अथक प्रयास किये गये।

 सैकड़ों कारीगरों ने शुद्ध एवं पवित्रता एवं भाव से लगभग 10 दिन के अथक प्रयास से भगवान के इस दिव्य छप्पनभोग की सामग्री को तैयार किया।  छप्पनभोग दर्शन के मध्य सुविख्यात भजन गायक श्री हेमन्त ब्रजवासी  ने लीलामंच प्रांगण में ठाकुरजी के प्रिय भजनों का गायन कर श्रद्धालुओं को तो आनन्दविभोर किया ही  रसावतार, पूर्णावतार, प्रेमावतार  भगवान श्रीकृष्ण की कृपा की कामना भी की।

गुरू पूर्णिमा के अवसर पर भागवत भवन में विराजित महर्शि वेद व्यास जी का पूजा-अर्चना संस्थान के सचिव श्री कपिल शर्मा एवं सदस्य श्री गोपेश्वरनाथ चतुर्वेदी ने किया। पंचोपचार पूजन के उपरान्त घण्टे, घड़ियाल, झांझ, मजीरे, मृदंग आदि की मंगल ध्वनि के मध्य महर्शि वेद व्याजी की आरती की गयी। इस अवसर पर श्री गोपेश्वरनाथ चतुर्वेदी ने महर्ष‍ि वेद व्यासजी  से जुड़े हुऐ आध्यात्मिक प्रसंग का वर्णन किया।  

इस गिरिराज पूजा महोत्सव का समापन 108 दीप द्वारा भगवान की भव्य-दिव्य एवं अलौकिक आरती के द्वारा हुआ।  श्रीकृष्ण जन्मस्थान सेवा-संस्थान के मार्गदर्शन में श्रीकृष्ण संकीर्तन मण्डल के भक्तों द्वारा आयोजित यह भव्य एवं विशाल कार्यक्रम संपूर्ण ब्रज एवं देष-विदेश में श्रद्धा एवं आकर्षण  पूर्ण ख्याति अर्जित कर रहा है।

इस आयोजन में श्रीकृष्ण संकीर्तन मण्डल के श्री अनिलभाई, श्री पंकज अग्रवाल, श्री सुनील चैनवाले, श्री कन्हैयालाल रंगवाले, श्री पवन अग्रवाल, श्री मनोज चैनवाले आदि का विश‍िष्ट सहयोग प्राप्त हुआ। 

- Legend News

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