वृन्दावन। शहीद लक्ष्मण भवन में परमार्थ निकेतन, ऋषिकेश की प्रेरणा एवं निमाई पाठशाला और वृंदा फाउंडेशन ट्रस्ट के संयुक्त तत्वावधान में चल रहे तृतीय अंतर्राष्ट्रीय योगा फेस्टिवल के अंतर्गत श्रीमद भागवत कथा के समापन के अवसर पर व्यास पीठ से सुविख्यात भागवत प्रवक्ता आचार्य पुंडरीक गोस्वामी महाराज ने कहा कि विश्व शांति और मानव कल्याण के लिए प्रत्येक व्यक्ति को योगेश्वर भगवान श्रीकृष्ण के द्वारा प्रदत्त योग को अपने जीवन में आत्मसात करने की आवश्यकता है।
वैष्णवाचार्य पुंडरीक गोस्वामी महाराज ने कहा कि आज व्यक्ति अत्यंत तनाव और अवसाद की स्थिति में जीवन जी रहे हैं । आज के युग में जितनी भौतिक सुख सुविधाओं का प्रादुर्भाव हुआ है, उतनी ही मानसिक अशांति बढ़ी है। वर्तमान में विभिन्न जातियों , धर्मो और देशों में आपस में तनाव और दूरियां बढ़ रही हैं । समाज में नैतिक मूल्यों का पतन और ह्रास हो रहा है ।
उन्होंने कहा कि वर्तमान चुनौतियों का सामना मात्र और मात्र योगेश्वर भगवान श्रीकृष्ण के द्वारा प्रदत्त योग को जीवन में आत्मसात किए जाने से किया जा सकता है।श्रीमदभागवत कथा के समापन पर सात दिन तक योग शिविर में प्रतिभाग करने वाले प्रशिक्षार्थियों एवं निमाई पाठशाला के विद्यार्थियों को पुंडरीक गोस्वामी महाराज एवं वृंदा फाउंडेशन की अध्यक्ष डॉ मेघना चौधरी, मुख्य संयोजक कार्यक्रम डॉ. देव प्रकाश एवं कार्यक्रम संयोजक अरूण गोयल ने IYF की शील्ड , प्रशस्ति पत्र एवं बैग किट प्रदान किए।
कार्यक्रम के अंतर्गत संत, ब्रजवासी, वैष्णव सेवा एवं बृहद  भंडारा भी हुआ।जिसमें सैकड़ों व्यक्तियों ने भोजन प्रसाद ग्रहण किया।इससे पूर्व विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वाली विशिष्ट विभूतियों को सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर श्रीमती सुकृति गोस्वामी, श्रीमती रेणुका गोस्वामी, अपर जिला जज उमेश सिरोही, ब्रज सेवा संस्थान के अध्यक्ष डॉ. गोपाल चतुर्वेदी, वैष्णवाचार्य मारुतिनंदन वागीश महाराज, अरुण गोयल, आशुतोष गुप्ता, आचार्य मनीष शुक्ला एवं डॉ. राधाकांत शर्मा आदि के अलावा विभिन्न क्षेत्रों के तमाम गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।संचालन मुख्य कार्यक्रम संयोजक डॉ. देव प्रकाश ने किया।
- Legend News

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