रिपोर्ट : LegendNews
RCB में अपनी हिस्सेदारी बेचना चाहती है शराब बनाने वाली प्रमुख कंपनी डियाजियो
18 साल में पहली बार खिताब जीतने वाली रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुर के चाहने वालों के लिए बुरी खबर है। टीम ने हाल ही में अपना पहला खिताब जीता था और टीम के लिए खेलने वाले विराट कोहली का सपना पूरा हुआ था। टीम के चाहने वालों पर से जश्न का खुमार अभी उतरा भी नहीं था कि एक खबर उन्हें हैरान-परेशान कर सकती है। शराब बनाने वाली प्रमुख कंपनी डियाजियो ने इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) की फ्रेंचाइजी रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) में अपनी हिस्सेदारी बेचने की संभावना तलाशनी शुरू कर दी है, यह कदम बेंगलुरु के एम. चिन्नास्वामी स्टेडियम में एक दुर्भाग्यपूर्ण भगदड़ के कुछ दिनों बाद आया है, जहां प्रशंसकों को टीम की ट्रॉफी जीत का जश्न मनाने से रोक दिया गया था।
Bloomberg के अनुसार RCB की बहुमत वाली डियाजियो ने निवेश बैंकों और वित्तीय सलाहकारों से संपर्क किया है ताकि फ्रेंचाइजी के संभावित मूल्यांकन और बाजार में इसकी अपील का आकलन किया जा सके। रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि करीब 17 हजार करोड़ रुपये में टीम का मालिकाना हक ट्रांसफर होगा। हालांकि, ऑफिशल बयान नहीं आया है। यह कदम बेंगलुरु में हुई घटना के बाद आया है, जहां हजारों प्रशंसकों को स्टेडियम में प्रवेश से मना कर दिया गया था, जिससे विवाद और सुरक्षा चिंताओं को बल मिला था।
एम. चिन्नास्वामी स्टेडियम में 24 मई, 2022 को हुई भगदड़ के बाद स्थिति और बिगड़ गई, जब आईपीएल फाइनल के बाद टीम के जश्न को देखने के लिए बड़ी संख्या में प्रशंसक उमड़ पड़े थे। एंट्री गेटों पर पर भीड़ के कारण भगदड़ मच गई, जिससे कई लोग घायल हो गए और सार्वजनिक व्यवस्था पर सवाल खड़े हो गए। इस घटना ने डियाजियो के लिए एक चुनौतीपूर्ण स्थिति पैदा कर दी है, क्योंकि कंपनी अपनी ब्रांड छवि और आईपीएल से जुड़े जोखिमों का पुनर्मूल्यांकन कर रही है।
डियाजियो ने 2014 में विजय माल्या से RCB की बहुमत हिस्सेदारी हासिल की थी, उस समय से टीम का प्रदर्शन मिश्रित रहा है। हालांकि RCB के पास एक मजबूत प्रशंसक आधार है, लेकिन वह अभी तक कोई आईपीएल खिताब नहीं जीत पाई है, जिससे फ्रेंचाइजी की व्यावसायिक व्यवहार्यता पर कुछ सवाल उठते रहे हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि डियाजियो की हिस्सेदारी बेचने की संभावना कई कारकों से प्रभावित हो सकती है, जिसमें आईपीएल की लगातार बढ़ती लोकप्रियता, टीम के प्रदर्शन और भारत में खेल की व्यापक व्यावसायिक क्षमता शामिल है। हालांकि, हालिया भगदड़ की घटना निस्संदेह किसी भी संभावित खरीदार के लिए एक चिंता का विषय होगी।
डियाजियो या आरसीबी की ओर से इस मामले पर कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। कंपनी के प्रवक्ता ने टिप्पणी करने से इंकार कर दिया जबकि आरसीबी प्रबंधन ने भी किसी भी सवाल का जवाब नहीं दिया। यह देखना बाकी है कि क्या डियाजियो वास्तव में आरसीबी में अपनी हिस्सेदारी बेचता है और अगर ऐसा होता है तो संभावित खरीदार कौन हो सकता है। फिलहाल, इस कदम ने खेल और व्यापार जगत दोनों में अटकलों को जन्म दे दिया है।
-Legend News
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