आगरा। दीवानी परिसर से बुधवार को गैंगस्टर विनय श्रोत्रिय हेड कांस्टेबल अनुज प्रताप की लापरवाही की वजह से भागा था। अपने बचाव में पुलिसकर्मी ने कहानी बनाई थी। पुलिस ने गैंगेस्टर के दोस्त और दो सिपाहियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है।
बुधवार को दीवानी में पेशी पर आए फिरोजाबाद लाइन पार थाना निवासी विनय श्रोत्रिय के अज्ञात साथियों द्वारा सिपाही अनुज प्रताप के सर पर ईंट मार कर भगाने का मामला सामने आया था। घटना की जानकारी के बाद आईजी, एसएसपी,एसपी समेत कई थानों का फोर्स मौके पर पहुंच गया। पूरे शहर में चेकिंग शुरू हो गयी।

पुलिस को एक युवक सोनू कुशवाह ने गैंगेस्टर द्वारा मोबाइल छीने जाने की शिकायत मिली, पुलिस को शक हुआ और उसे हिरासत में ले लिया गया।

सीसीटीवी ने खोली पोल
सीसीटीवी फुटेज में आरोपी गैंगेस्टर विनय श्रोत्रिय को लेकर सिपाही लॉकअप से कोर्ट की तरफ जाता दिखा, इसके बाद कंट्रोल रूम को सूचना देने के समय के बीच 1 घंटे का गैप नजर आया और पुलिस को शक हो गया। अधिकारियों ने सिपाही से सख्ती से पूछताछ की तो सारा मामला सामने आ गया।

लापरवाही के कारण हुई घटना
पूछताछ में सिपाही अनुज ने बताया की, " पेशी के लिए निकलने पर सोनू कुशवाह ने विनय के पैर छुए और फिर दोनों एक दूसरे से बात करने लगे। गैंगेस्टर के कहने पर वो उसे एक वकील के चैंबर में ले गया। यहां गैंगेस्टर सोनू के फोन से किसी से बात करने लगा और चुपके से विनय फरार हो गया।

निलंबन के डर से उसने सोनू से खुद के ऊपर ईंट हमला करवाया और फिर कंट्रोल रूम को सूचना दी।" एसएसपी के आदेश पर थाना न्यू आगरा सिपाही अनुज प्रताप और लॉकअप मुंशी अनुराग राणा के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। आरोप है की सिपाही ने निजी स्वार्थ के चलते गैंगेस्टर को वीआईपी सुविधाएं दी हैं।

अभी तक नहीं मिला कोई सुराग
गैंगेस्टर विनय श्रोत्रिय का अभी तक कोई सुराग नहीं मिल पाया है। पुलिस की कई टीमें फिरोजाबाद और आगरा के बरहन कस्बा क्षेत्र में डेरा डाले हुए हैं। पुलिस को शक है कि फोन करने के बाद ही गैंगेस्टर ने सारी साजिश रची है।

आरोपी कर सकता है बड़ी वारदात
आरोपी विनय पर 22 मुकदमे फिरोजाबाद में और 8 आगरा में दर्ज हैं। इसमें से 7 मुकदमे उसकी ससुराल बरहन कस्बा के थाने में दर्ज हैं। युवक के फरार होने के बाद पुलिस को उसके द्वारा कोई बड़ी वारदात करने का भी अंदेशा हो रहा है।

जेल से चला रहा था गैंग

पुलिस द्वारा दर्ज मुकदमे के अनुसार आरोपी लगातार जेल से फेसबुक और वाट्सअप कॉल के जरिये साथियों के संपर्क में था। सुबह 9 बजे उसने जेल से साथी सोनू कुशवाह से बात करके उसे दीवानी बुलवाया था। कारागार राज्यमंत्री धर्मवीर प्रजापति के गृह जनपद में जेल के अंदर से गैंग चलाने के मामले को मंत्री ने संज्ञान में लेते हुए जांच कर दोषियों के ऊपर सख्त कार्रवाई करवाने की बात कही है।
- Compiled by Legend News
 

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