नेपाल में बीते दिन हुए बवाल के बाद रविवार को हालात तनावपूर्ण हैं। हिंसाग्रस्त इलाकों में चप्पे-चप्पे पर पुलिस और सुरक्षा बल तैनात हैं। लोगों से अफवाहों पर ध्यान न देने और जरूरत न होने पर घरों से बाहर न निकलने की अपील की जा रही है। इस बीच पुलिस ने उपद्रवियों की पहचान करना शुरू कर दिया है। 
इससे पहले हिमालयी राष्ट्र के बीरगंज में हनुमान जन्मोत्सव के अवसर पर निकाली गई शोभा यात्रा के दौरान हिंसा भड़क गई थी। इस दौरान बीरगंज के छपैया इलाके में तनाव फैल गया था। उपद्रवियों ने इलाके में जमकर तोड़फोड़ और आगजनी की थी। हालात पर काबू करने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े थे। स्थिति बेकाबू होता देख कर्फ्यू का आदेश जारी करना पड़ा था। 
कई पुलिसकर्मी और स्थानीय लोग घायल
दरअसल, बीते दिन हनुमान जयंती के जुलूस के दौरान हुई हिंसक झड़पों के बाद शनिवार को नेपाल के पारसा जिले के बीरगंज नगर पालिका में कर्फ्यू लगा दिया गया था। घटना में कई पुलिसकर्मी और स्थानीय लोग घायल हुए थे। 
क्यों हुई तनातनी
जुलूस के दौरान जगह-जगह पर धार्मिक सभाओं का आयोजन किया गया था, जिन पर कथित तौर पर पथराव किया गया। इस वजह से लोगों के बीच टकराव शुरू हो गया। 
भारतीय सीमावर्ती शहर रक्सौल के पास स्थित बीरगंज में कर्फ्यू
जिला प्रशासन कार्यालय ने भारतीय सीमावर्ती शहर रक्सौल के पास स्थित बीरगंज के मध्य भाग में शनिवार शाम 6.30 बजे से रविवार दोपहर तक कर्फ्यू लगा दिया। जिला प्रशासन कार्यालय ने एक नोटिस में कहा, 'हनुमान जन्मोत्सव समारोह के दौरान तनाव बढ़ने के कारण बीरगंज महानगर के वार्ड नंबर 14, 15, 16 और 25 में शनिवार शाम 6.30 बजे से रविवार दोपहर 12 बजे तक कर्फ्यू आदेश जारी किया गया है।'  
पुलिस ने क्या कहा?
पुलिस ने कहा, 'जुलूस के घंटाघर इलाके से महानगर के अन्य प्रमुख हिस्सों की ओर बढ़ने के दौरान हुए विवाद के दौरान कुछ पुलिसकर्मी और स्थानीय लोग घायल हो गए।' पुलिस ने व्यवस्था बहाल करने के लिए आंसू गैस के गोले दागे। तनाव बढ़ने के साथ ही बीरगंज में सुरक्षा बढ़ा दी गई है। कर्फ्यू आदेश के तहत मध्य बीरगंज में लोगों की आवाजाही, रैलियां, बैठकें, विरोध प्रदर्शन और सभाएं आयोजित करने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। 
-Legend News

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