भारतीय टेस्ट टीम के कप्तान शुभमन गिल का कहना है कि कप्तान के तौर पर उनके पहले दौरे को लेकर उन पर मुख्य कोच गौतम गंभीर या मुख्य चयनकर्ता अजीत अगरकर का कोई दबाव नहीं है। गिल को रोहित शर्मा की जगह लाल गेंद प्रारूप का कप्तान नियुक्त किया गया था। रोहित ने इंग्लैंड दौरे से पहले टेस्ट प्रारूप को अलविदा कह दिया था। गिल इंग्लैंड के खिलाफ 20 जून से शुरू होने वाली पांच मैचों की टेस्ट सीरीज से भारतीय टीम की कप्तानी का जिम्मा संभालेंगे। 
गिल बोले, कप्तानी संभालना बड़ी जिम्मेदारी 
दिनेश कार्तिक के साथ विशेष बातचीत में गिल ने कहा कि कप्तानी संभालना बड़ी जिम्मेदारी है और उन्हें गंभीर तथा अगरकर की ओर से पूरी आजादी दी गई है जिससे वह लीडर के तौर पर उभर सकें। भारतीय टेस्ट कप्तान ने कहा कि उन्हें खुद से उम्मीदें हैं, लेकिन मुख्य कोच या अगरकर की ओर से उन पर किसी तरह का कोई दबाव नहीं है। 
गिल ने कहा, उम्मीदों के बारे में मैंने गंभीर भाई और अजीत भाई से कई बार बात की है। वे बस यही चाहते हैं कि मैं एक लीडर के तौर पर खुद को अभिव्यक्त कर सकूं। यही उन्होंने मुझसे कहा है कि 'कोई उम्मीद नहीं है'। वे मुझसे ऐसा कुछ करने की उम्मीद नहीं कर रहे हैं जिसके लिए मैं सक्षम नहीं हूं। उस संदर्भ में, मुझे नहीं लगता कि उनसे कोई उम्मीद या दबाव है, लेकिन एक लीडर और एक खिलाड़ी के तौर पर आपको खुद से कुछ उम्मीदें जरूर होती हैं। इसलिए ये वो उम्मीदें हैं जो मुझे खुद से हैं, लेकिन इन दोनों का कोई दबाव नहीं है। 
टेस्ट कप्तान के तौर पर क्या है गिल का लक्ष्य?
गिल ने कहा कि भारतीय टीम के साथ खिताब जीतने के अलावा वह एक ऐसी संस्कृति का निर्माण करना चाहते हैं जहां खिलाड़ी काफी सुरक्षित और खुश महसूस करें। उन्होंने कहा, सभी ट्रॉफियों के अलावा, मैं आदर्श रूप से एक ऐसी संस्कृति का निर्माण करना चाहूंगा जहां हर कोई बहुत सुरक्षित और खुश हो। मुझे पता है कि यह बहुत मुश्किल माहौल हो सकता है, खासकर सभी प्रतियोगिता या जितने मैच हम खेलते हैं और अलग-अलग टीमें आती हैं, लेकिन अगर मैं ऐसा करने में सक्षम हूं, तो यही मेरा लक्ष्य होगा।
-Legend News

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