राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने मंगलवार को 2023 बैच के नव नियुक्त IAS अधिकारियों को संबोधित करते हुए उनसे समाज के वंचित वर्गों के उत्थान के लिए विशेष प्रयास करने की अपील की। उन्होंने कहा कि भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) में होना केवल एक नौकरी नहीं, बल्कि समाज के अनगिनत लोगों के जीवन में बदलाव लाने का एक सुनहरा अवसर है। 
मुर्मू ने कहा, एक लोक सेवक के कर्तव्य उनकी जिम्मेदारियां हैं और उनके अधिकार उन कर्तव्यों को पूरा करने का साधन हैं। ये अधिकारी वर्तमान में विभिन्न केंद्रीय मंत्रालयों और विभागों में सहायक सचिव के रूप में कार्यरत हैं। 
अनगिनत लोगों के जीवन में परिवर्तनकारी बदलाव लाने का अवसर
आईएएस अधिकारियों को संबोधित करते हुए मुर्मू ने कहा कि वे असाधारण दृढ़ संकल्प और कड़ी मेहनत के माध्यम से आईएएस अधिकारी बने हैं। इससे उनके निजी जीवन में तो बदलाव आया ही है, लेकिन अब अनगिनत लोगों के जीवन में परिवर्तनकारी बदलाव लाने का अवसर है।
अच्छे कार्यों से तय होगा सामाजिक मूल्य
राष्ट्रपति ने उन्हें याद दिलाया कि एक लोकसेवक के कर्तव्य ही उसकी जिम्मेदारियां हैं और उनके अधिकार सिर्फ उन कर्तव्यों को निभाने के साधन हैं। उन्होंने कहा कि आपकी असली पहचान आपके काम से बनेगी, न कि सोशल मीडिया फॉलोअर्स की संख्या से। उन्होंने यह भी कहा कि आपका असली सामाजिक मूल्य आपके अच्छे कार्यों से तय होगा।" 
राष्ट्रपति मुर्मू ने अधिकारियों से कहा कि उनकी पहली पोस्टिंग से ही वे कई नागरिकों के जीवन में सुधार ला सकते हैं क्योंकि उनका कार्यक्षेत्र और अधिकार बहुत व्यापक होता है।
उन्होंने अधिकारियों को सुझाव दिया कि अपनी सेवा यात्रा के दौरान कभी-कभी उन स्थानों पर लौटें जहां उन्होंने काम किया था, ताकि यह देख सकें कि उनके काम का लोगों पर क्या दीर्घकालिक प्रभाव पड़ा है।
राष्ट्रपति ने विशेष रूप से इस बात पर बल दिया कि हर लोकसेवक को अपने उद्देश्य के प्रति ईमानदार रहना चाहिए। 
उन्होंने कहा, हम सभी को पर्यावरण प्रदूषण और जलवायु परिवर्तन जैसी चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। लेकिन साथ ही अनैतिकता और मूल्यों में गिरावट भी एक गंभीर चुनौती है। ऐसे में ईमानदारी, सच्चाई और सादगी जैसे जीवन-मूल्य अपनाने वाले लोग ही वास्तव में खुश रहते हैं। 
डिजिटल युग को लेकर दी ये सलाह
राष्ट्रपति ने कहा कि आज के डिजिटल युग में लोगों की अपेक्षाएं बढ़ रही हैं और वे प्रशासन से जवाबदेही की उम्मीद करते हैं। ऐसे में IAS अधिकारियों को नागरिकों के साथ संपर्क और संवाद बढ़ाना चाहिए और स्थानीय प्रयासों में उनकी भागीदारी सुनिश्चित करनी चाहिए।
राष्ट्रपति ने यह भी कहा कि जनप्रतिनिधियों द्वारा उठाए गए जनहित के मुद्दों का समय पर समाधान करना भी अधिकारियों की जिम्मेदारी है।
अंत में उन्होंने कहा कि स्थानीय और राज्य स्तर पर किया गया विकास और जनकल्याण का कार्य देश के राष्ट्रीय लक्ष्यों को प्राप्त करने में मदद करेगा।
-Legend News

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