रिपोर्ट : LegendNews
पोर्ट ऑफ स्पेन में पीएम मोदी का हवाई अड्डे पर पीएम सहित पूरी कैबिनेट ने किया गर्मजोशी से स्वागत
प्रधानमंत्री मोदी का पोर्ट ऑफ स्पेन पहुंचने पर त्रिनिदाद और टोबैगो की प्रधानमंत्री कमला प्रसाद बिसेसर ने पूरे कैबिनेट और सांसदों के साथ गर्मजोशी से स्वागत किया। उनके इस ऐतिहासिक स्वागत स्वागत हेतु पोर्ट ऑफ स्पेन के 38 मंत्री और 4 सांसद विशेष रूप से एयरपोर्ट पर मौजूद थे। यह उनकी बतौर प्रधानमंत्री पहली यात्रा है और 1999 के बाद त्रिनिदाद और टोबैगो में प्रधानमंत्री स्तर की पहली द्विपक्षीय यात्रा है।
पीएम मोदी के स्वागत के लिए प्रधानमंत्री बिसेसर ने पारंपरिक भारतीय परिधान पहनकर उनके और भारतीय संस्कृति के प्रति सम्मान प्रकट किया। प्रधानमंत्री मोदी का त्रिनिदाद और टोबैगो के पोर्ट ऑफ स्पेन में आगमन पर ‘गार्ड ऑफ ऑनर’ दिया गया।
यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री मोदी त्रिनिदाद और टोबैगो की राष्ट्रपति क्रिस्टीन कार्ला कंगालू और प्रधानमंत्री कमला प्रसाद-बिसेसर के साथ वार्ता करेंगे। प्रधानमंत्री के त्रिनिदाद और टोबैगो की संसद के संयुक्त सत्र को संबोधित करने की भी उम्मीद है।
पीएम मोदी ने चखा भारतीय परंपरा का स्वाद
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने त्रिनिदाद और टोबैगो की अपनी राजकीय यात्रा के दौरान वहां की पहली महिला प्रधानमंत्री कमला प्रसाद-बिसेसर द्वारा आयोजित विशेष रात्रिभोज में हिस्सा लिया। इस भोज को खास बनाने वाला सिर्फ स्वादिष्ट व्यंजन ही नहीं, बल्कि उसे परोसने का अनूठा अंदाज भी था। भोजन को बड़े, हरे सोहारी के पत्तों पर परोसा गया, जो इंडो-कैरेबियन संस्कृति का एक जीवंत प्रतीक है। बाद में पीएम मोदी ने सोशल मीडिया पर इसकी तस्वीरों को साझा करते हुए कहा कि त्रिनिदाद के भारतीय मूल के लोगों के लिए सोहारी के पत्ते का “महान सांस्कृतिक महत्व” है, जो उनकी समृद्ध विरासत को दर्शाता है। यहां, त्योहारों और अन्य विशेष कार्यक्रमों के दौरान अक्सर इस पत्ते पर भोजन परोसा जाता है।
सोहारी पत्ते की क्या है कहानी?
दरअसल, सोहारी पत्ता, जिसे वैज्ञानिक रूप से कैलाथिया ल्यूटिया (बिजाओ या सिगार प्लांट) के नाम से जाना जाता है, एक उष्णकटिबंधीय पौधा है, जो अदरक के परिवार से संबंधित है। यह कैरिबियन, मध्य और दक्षिण अमेरिका में प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। इसकी चौड़ी, मोमी और मजबूत पत्तियां, जो एक मीटर से अधिक लंबी हो सकती हैं, भोजन परोसने के लिए प्लेट के रूप में उपयुक्त हैं। त्रिनिदाद की गर्म और आर्द्र जलवायु में ये पत्तियां चावल, करी, चना और मिठाइयों जैसे गर्म व्यंजनों को बिना टूटे या लीक हुए सहेज सकती हैं।
भोजपुरी जड़ें और सांस्कृतिक महत्व
सोहारी’ शब्द भोजपुरी भाषा से लिया गया है, जिसका अर्थ है “देवताओं के लिए भोजन।” मूल रूप से यह शब्द घी से सनी चपटी रोटी (रोटी) को संदर्भित करता था, जिसे हिंदू धार्मिक अनुष्ठानों में पुजारियों को चढ़ाया जाता था। समय के साथ, इस भोजन को परोसने के लिए इस्तेमाल होने वाले पत्ते को भी ‘सोहारी पत्ता’ कहा जाने लगा। त्रिनिदाद और टोबैगो में यह परंपरा धार्मिक समारोहों, शादियों, सामुदायिक भोज और दिवाली जैसे त्योहारों में आज भी जीवित है।
भारत और कैरिबियन का सांस्कृतिक पुलसोहारी पत्ते पर भोजन परोसना केवल एक व्यावहारिक विकल्प नहीं, बल्कि इंडो-त्रिनिदादियों के लिए उनके भारतीय मूल की एक जीवंत याद है। पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा, “यह पत्ता सिर्फ एक प्लेट नहीं, बल्कि दो संस्कृतियों को जोड़ने वाला एक सेतु है।” यह परंपरा भारतीय भोजन की प्रथाओं का सम्मान करती है और साथ ही कैरिबियन की अनूठी पहचान को दर्शाती है, जिसे वहां के भारतीय समुदाय ने प्यार से संरक्षित किया है।
सोहारी पत्ते के बारे में त्वरित तथ्य
अर्थ: भोजपुरी में ‘सोहारी’ का अर्थ है “देवताओं के लिए भोजन।”
उपयोग: इंडो-त्रिनिदादियन समुदाय पिछले 100 से अधिक वर्षों से धार्मिक और सामाजिक आयोजनों में इसका उपयोग करता आ रहा है।
पौधा: कैलाथिया ल्यूटिया, जिसे बिजाओ के नाम से भी जाना जाता है, कैरिबियन का मूल निवासी है।
विशेषता: इसकी मजबूत, चौड़ी पत्तियां गर्म व्यंजनों को परोसने के लिए उपयुक्त हैं।
क्यों है यह महत्वपूर्ण?
सोहारी का पत्ता केवल एक प्राकृतिक प्लेट नहीं है, बल्कि यह त्रिनिदाद और टोबैगो में बसे भारतीय समुदाय की सांस्कृतिक धरोहर का प्रतीक है। यह उन गिरमिटिया मजदूरों की कहानी कहता है, जिन्होंने 19वीं सदी में भारत से कैरिबियन की यात्रा की और अपनी परंपराओं को जीवित रखा। पीएम मोदी का इस पत्ते पर भोजन करना और इसकी प्रशंसा करना भारत और त्रिनिदाद के बीच गहरे सांस्कृतिक और भावनात्मक रिश्तों को रेखांकित करता है। यह एक ऐसी कहानी है, जो हर भारतीय को अपनी जड़ों पर गर्व करने के लिए प्रेरित करती है।
पीएम मोदी के अभूतपूर्व स्वागत को लेकर भाजपा नेता अमित मालवीय ने एक्स हैंडल पर अपनी प्रतिक्रिया दी है।
पूरी कैबिनेट ने हवाई अड्डे पर किया पीएम मोदी का स्वागत
इस अवसर पर भाजपा नेता अमित मालवीय ने एक्स हैंडल पर लिखा, प्रधानमंत्री मोदी का पोर्ट ऑफ स्पेन में ऐतिहासिक स्वागत हुआ। त्रिनिदाद एंड टोबैगो की प्रधानमंत्री कमला पर्साद-बिसेसर और उनकी पूरी कैबिनेट ने हवाई अड्डे पर उनका स्वागत किया। 38 मंत्रियों और 4 सांसदों ने पीएम मोदी के स्वागत में हिस्सा लिया, जो भारत के प्रति वैश्विक सम्मान और गर्मजोशी का स्पष्ट प्रमाण है।
स्वागत करने के लिए 38 मंत्री और 4 सांसद रहे मौजूद
भाजपा पंजाब के उपाध्यक्ष फतेहजंग सिंह बाजवा ने एक्स पोस्ट में लिखा, पीएम मोदी ऐतिहासिक स्वागत के लिए पोर्ट ऑफ स्पेन पहुंचे। अभूतपूर्व भाव से, प्रधानमंत्री कमला प्रसाद-बिसेसर और त्रिनिदाद और टोबैगो की पूरी कैबिनेट उनके स्वागत के लिए हवाई अड्डे पर मौजूद थी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का स्वागत करने के लिए 38 मंत्री और 4 सांसद मौजूद थे, जो उनके नेतृत्व में वैश्विक मंच पर भारत के प्रति अपार सम्मान और गर्मजोशी को दर्शाता है।
पीएम मोदी के ऐतिहासिक स्वागत की वीडियो आई सामने
वहीं, भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने पीएम मोदी की एक वीडियो को शेयर करते हुए कैप्शन दिया, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पोर्ट ऑफ स्पेन, त्रिनिदाद एंड टोबैगो में सामुदायिक कार्यक्रम के दौरान।
सुधांशु त्रिवेदी के पोस्ट में लिखा गया है कि प्रधानमंत्री कमला के पूर्वज बिहार के बक्सर में रहा करते थे। पीएम कमला स्वयं वहां जाकर भी आई हैं। लोग इन्हें बिहार की बेटी मानते हैं। बिहार की विरासत भारत के साथ ही दुनिया का भी गौरव है। लोकतंत्र हो, राजनीति हो, कूटनीति हो या हायर एजुकेशन हो, बिहार ने दुनिया को ऐसे अनेक विषयों में नई दिशा दिखाई थी।
जबकि पीएम मोदी ने एक्स हैंडल पर लिखा, पोर्ट ऑफ स्पेन में रात्रिभोज के दौरान श्री राणा मोहिप से मुलाकात हुई, जिन्होंने कुछ साल पहले महात्मा गांधी की 150वीं जयंती के अवसर पर ‘वैष्णव जन तो’ गाया था। भारतीय संगीत और संस्कृति के प्रति उनका जुनून सराहनीय है।
-Legend News
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