भारतीय मेंस हॉकी टीम लगातार दूसरी बार ओलंपिक के सेमीफाइनल में पहुंच चुकी है। रविवार को एक बेहद रोमांचक क्वार्टर फाइनल में चमत्कार करते हुए कप्तान हरमनप्रीत सिंह की टीम ने ग्रेट ब्रिटेन को शूट आउट में 4-2 से हराया। अब भारत का मुकाबला छह अगस्त को जर्मनी और अर्जेंटीना के बीच मैच के विनर से होगा। आधे से ज्यादा मैच अपने मुख्य डिफेंडर अमित रोहिदास के बिना खेलने के बावजूद भारत की ये जीत बेहद खास है। मैच का नतीजा शूटआउट में निकला, क्योंकि निर्धारित 90 मिनट तक दोनों टीम 1-1 की बराबरी पर थी, इसके बाद भारतीय दिग्गज गोलकीपर पीआर श्रीजेश ने अपना पूरा अनुभव झोकते हुए शूट आउट में हिंदुस्तानियों की उम्मीदों को टूटने नहीं दिया।
भारत ने दिखाया 10 का दम
मैच शुरू होते ही पांचवें मिनट में ग्रेट ब्रिटेन को लगातार दो पेनल्टी कॉर्नर मिले। दोनों ही बार अमित रोहिदास ने मुस्तैदी से डिफेंस किया, इसके बाद पहले क्वार्टर के 13वें मिनट में भारत को लगातार तीन पेनल्टी कॉर्नर मिले, लेकिन कप्तान हरमनप्रीत भी इसमें सफल नहीं हो पाए। दूसरा क्वार्टर शुरू होते ही रेफरी ने अमित रोहिदास को रेड कार्ड दिखाकर बाहर कर दिया, जिसके बाद भारत को पूरे मैच में 11 की जगह 10 खिलाड़ी के साथ खेलना पड़ा। अमित रोहिदास की गिनती दुनिया के सबसे तेज पेनल्टी कॉर्नर रशर के तौर पर होती है। अपने अहम डिफेंडर के बिना खेलते हुए भारत ने एक ग्रेट ब्रिटेन को एक भी गोल नहीं करने दिया, ये अहम बात है।
भारत ने दागा था पहला गोल
मैच का पहला गोल भारत की ओर से आया था, जब 22वें मिनट में कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने पेनल्टी कॉर्नर में सफलता हासिल की। कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने रेड कार्ड का जवाब गोल से दिया। मगर भारत की ये लीड ज्यादा देर तक बरकरार नहीं रही क्योंकि 27वें मिनट में ग्रेट ब्रिटेन ने बराबरी कर ही ली। लगातार बन रहे दबाव के बीच भारतीय डिफेंस इस बार बिखर गया। एक खिलाड़ी की कमी साफतौर पर झलकती दिखी। 36वें मिनट में ग्रेट ब्रिटेन को लगातार दो पेनल्टी कॉर्नर मिले, इसके बाद 38वें मिनट में भी पेनल्टी कॉर्नर मिला। निर्धारित 90 मिनट तक मुकाबला 1-1 से बराबरी पर रहने के बाद क्वार्टर फाइनल मैच शूटआउट में चला गया।
-Legend News

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