बेंगलुरु में आरसीबी की जीत के जश्न में हुई भगदड़ के बाद बीसीसीआई हरकत में आ गया है। इस हादसे में 11 लोगों की जान चली गई। अब बीसीसीआई भविष्य में ऐसे आयोजनों को लेकर नियम बनाने पर विचार कर रहा है। बुधवार शाम को बेंगलुरु के एम चिन्नास्वामी स्टेडियम के पास भीड़ बढ़ने से यह हादसा हुआ। इससे लोगों में गुस्सा है। राज्य सरकार भी कार्रवाई कर रही है। बीसीसीआई को भी अपनी जिम्मेदारी का एहसास हुआ है। बीसीसीआई सचिव देवजीत सैकिया ने कहा है कि बोर्ड लीग में आगे होने वाले ऐसे जश्नों के लिए नियम बनाएगा। उनका कहना है कि बीसीसीआई अब चुप नहीं रह सकता।
आरसीबी की जीत के बाद मची भगदड़
रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु की जीत के बाद जश्न में भगदड़ मच गई। इस भगदड़ में 11 लोगों की जान चली गई। यह घटना बुधवार शाम बेंगलुरु के एम। चिन्नास्वामी स्टेडियम के पास हुई। इस घटना के बाद बीसीसीआई यानी भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड हरकत में आ गया है। बीसीसीआई अब भविष्य में ऐसे आयोजनों के लिए नियम बनाने पर विचार कर रहा है। बीसीसीआई के सचिव देवजीत सैकिया ने क्रिकबज से बात करते हुए यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि बीसीसीआई अब लीग में होने वाले ऐसे जश्नों के लिए नियम बनाएगा। सैकिया ने कहा, 'किसी न किसी स्तर पर बीसीसीआई को कुछ करना होगा। हम चुप नहीं रह सकते।' 
बीसीसीआई ले सकती है फैसला
सैकिया ने माना कि आरसीबी का यह कार्यक्रम निजी था। लेकिन, इस घटना के नतीजे खेल के बड़े सिस्टम से अलग नहीं किए जा सकते। उन्होंने कहा, 'यह आरसीबी का निजी मामला था। लेकिन, बीसीसीआई भारत में क्रिकेट के लिए जिम्मेदार है। हम यह सुनिश्चित करने की कोशिश करेंगे कि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों।' 
इस हादसे के बाद जवाबदेही और सुधार की मांग तेज हो गई है। कर्नाटक सरकार ने कार्रवाई शुरू कर दी है। कई लोगों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस और आयोजन से जुड़े अधिकारियों के खिलाफ भी कार्रवाई की जा रही है। क्रिकेट जगत में भी भीड़ को संभालने और ऐसे आयोजनों के मकसद को लेकर चिंता जताई जा रही है। 
गौतम गंभीर ने भी दिया बयान
भारत के हेड कोच गौतम गंभीर ने भी इस घटना पर अपनी राय दी। उन्होंने खुले रास्तों पर जश्न मनाने का विरोध किया। गंभीर ने कहा, 'मुझे लगता है कि लोगों की जान बहुत ज्यादा कीमती है। मैं यही कहता रहूंगा। हमें इस तरह के रोड शो करने से बचना चाहिए। हम स्टेडियम में बंद दरवाजों के पीछे जश्न मना सकते हैं।' गंभीर ने आगे कहा, 'जब मैं खेलता था, तो मुझे रोड शो में ज्यादा विश्वास नहीं था। मुझे आज भी उनमें विश्वास नहीं है और भविष्य में भी नहीं होगा। जीतना जरूरी है, जश्न मनाना जरूरी है। लेकिन, उससे भी ज्यादा जरूरी किसी भी इंसान की जान है। अगर हम तैयार नहीं हैं, या हम भीड़ को संभाल नहीं सकते, तो बेहतर होगा कि ये रोड शो न हों।'
-Legend News

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