मेरठ में चौंकाने वाली घटना हुई। पहली बार हेलीकॉप्टर लूट का मामला सामने आया है। 10 मई 2024 को मेरठ के डॉक्टर भीमराव आंबेडकर हवाई पट्टी पर 10-15 लोग जबरन घुसे। हेलीकॉप्टर के पुर्जे खोलकर ट्रक में लादने लगे। पायलट और स्थानीय कर्मचारियों ने विरोध किया तो लुटेरों ने उन्हें पीटा। दबंगों ने पायलट को धमकाते हुए कहा कि शांत खड़े रहो, वरना तेरी दोनों टांगे काट दूंगा। इसके बाद बदमाश राजस्थान नंबर के 16 टायर ट्रक पर हेलीकॉप्टर को लादकर ले गए।
जानें पूरा मामला 
पायलट रवींद्र सिंह ने पुलिस को बताया कि उनकी कंपनी मेरठ एयरस्ट्रिप पर हेलीकॉप्टर को मेंटेनेंस के लिए भेजती है। कंपनी का एक हेलिकॉप्टर VT TTBB मेरठ आया था। 10 मई 2024 को उसे हवाई पट्‌टी से एक मैकेनिक ने फोन कर बताया कि उनका हेलिकॉप्टर जो उस वक्त परतापुर हवाईपट्‌टी पर खड़ा है। कुछ असामाजिक तत्व उसके पार्ट्स खोल रहे हैं।
शिकायत के बाद भी मामले में कुछ नहीं हुआ 
रवींद्र सिंह मौके पर पहुंचे। देखा तो लुटेरे हेलीकॉप्टर के पुर्जों को खोल रहे थे। पायलट ने लुटेरों को रोका ने बदमाश पायलट को पीटने लगे। मारपीट के बाद बदमाश ट्रक में हेलीकॉप्टर को लादकर ले गए। पायलट ने आरोप लगाते हुए कहा कि उन्होंने परतापुर थाना पुलिस को सूचना दी थी। एविएशन के अधिकारियों से भी शिकायत की लेकिन अब तक मामले में कुछ नहीं हुआ।  
तीन माह बाद शिकायत क्यों? जांच कर रही पुलिस 
पायलट रवींद्र सिंह ने मेरठ में परतापुर हवाई पट्टी से हेलीकॉप्टर लूट की शिकायत एसएसपी ऑफिस पहुंचकर की है। एसएसपी विपिन ताडा ने एएसपी ब्रह्मपुरी को मामले की जांच के आदेश दिए हैं। पुलिस इसकी भी जांच कर रही है कि 3 महीने हुए लूट की घटना की शिकायत अब क्यों दर्ज कराई गई?
टीम गठित कर जांच में जुटी पुलिस 
सीओ ब्रह्मपुरी ने बदमाशों की तलाश के लिए पुलिस टीम भी गठित कर दी है। घटना की जांच कर रहे सीओ ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि पीड़ित की तरफ से बयान दर्ज कर लिए गए हैं। जांच के लिए मुझे जिम्मेदारी दी गई है। लूट की पूरी घटना 10 मई 2024 की है। पीड़ित ने इतने दिनों बाद शिकायत क्यों की है, इसकी भी जांच की जा रही है। 
पुलिस के जांच में मामला आपसी लेनदेन का सामने आया
पुलिस के जांच में यह मामला आपसी लेनदेन का सामने आया है, जिस कंपनी को हेलीकॉप्टर बेचा था वहां के कर्मचारी हेलीकॉप्टर को अपने साथ ले गए थे।
पायलट रविंद्र सिंह अक्टूबर 2023 तक सर्विएशन में पायलट थे। रविंद्र ने एसएसपी को की शिकायत में बताया कि इस फर्म में पार्टनर होने का भी दावा किया है कि कंपनी के मालिक कैप्टन जीसी पांडे के मुताबिक रविंद्र सिंह को पिछले साल कंपनी से निकाल दिया गया था। उसके बाद रविंद्र ने शौर्य एयरोनॉटिक्स को ज्वाइन कर लिया। 
सर्विएशन के हेलीकॉप्टर और चार्टर विमान शौर्य एयरोनॉटिक्स के परतापुर हवाई पट्टी हैंगर पर मेंटेनेंस के लिए भेजे जाते हैं। उन्होंने भी अपना एक हेलीकॉप्टर परतापपुर हवाई पट्टी पर 10 मई को मेंटेनेंस के लिए भेजा था। इसी बीच कैप्टन जीसी पांडे ने हरियाणा के रोहतक निवासी उद्योगपति अतुल जैन को यह हेलीकॉप्टर बेच दिया। 
अतुल जैन की गुजरात के गांधीनगर में मोड एयर नाम से कंपनी है। अतुल जैन इस हेलिकॉप्टर को परतापुर हवाई पट्टी से लेने आए थे। हेलीकॉप्टर में खराबी आने की वजह से 15 कर्मचारी उसे ट्रक में रखकर सड़क मार्ग से ले जाया गया। 10 मई 2024 को हेलीकॉप्टर को थाना पुलिस की मौजूदगी में हवाई पट्टी से शिफ्ट किया गया था। 
-Legend News

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