इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) के पूर्व अध्यक्ष ललित मोदी ने हाल ही में एक पॉडकास्ट पर बीसीसीआई के पूर्व अध्यक्ष, पूर्व सचिव और चेन्नई सुपर किंग्स के मालिक एन श्रीनिवासन पर अंपायर फिक्सिंग और नीलामी में धांधली सहित कई गंभीर आरोप लगाए हैं। 2008 से 2010 के बीच आईपीएल के संस्थापक और कमिश्नर रहे मोदी ने आरोप लगाया कि श्रीनिवासन को नहीं लगता था कि यह फ्रेंचाइजी लीग सफल होगी, लेकिन जब टी20 प्रतियोगिता ब्लॉकबस्टर बन गई तो वह इसमें कूद पड़े। 
उन्होंने यह भी दावा किया कि श्रीनिवासन चेन्नई सुपर किंग्स के मैचों के लिए चेन्नई के अंपायरों की नियुक्ति करते थे, जो हितों के टकराव का मामला है और उन्होंने इस पर आपत्ति जताई। 60 वर्षीय ललित मोदी ने कहा- एन श्रीनिवासन को आईपीएल पसंद नहीं था। उन्हें नहीं लगता था कि आईपीएल नहीं चलेगा, लेकिन जब यह चलने लगा तो सभी लोग इसमें शामिल हो गए। मोदी ने कहा- वह बोर्ड के सदस्य थे इसलिए वह मेरे सबसे बड़े विरोधी थे। मैंने उनका विरोध किया। 
उन्होंने कहा- उन्होंने कई चीजें कीं। जैसे- अंपायर फिक्सिंग और मैंने उन पर इसका आरोप लगाया। वह अंपायर बदल देते थे और मैंने इसके बारे में दो बातें नहीं सोची लेकिन फिर मुझे एहसास हुआ कि वह चेन्नई के मैचों में चेन्नई के अंपायर को रख रहे हैं, यह मेरे लिए बड़ा मामला था। यह फिक्सिंग है, इसलिए जब मैंने उन्हें उजागर करने की कोशिश की तो वह पूरी तरह से मेरे खिलाफ हो गए। मोदी ने श्रीनिवासन पर नीलामी फिक्सिंग का भी आरोप लगाया। उन्होंने सीएसके द्वारा इंग्लिश इंटरनेशनल एंड्रयू फ्लिंटॉफ को खरीदने का उदाहरण दिया। 
उन्होंने कहा कि पूर्व आईसीसी चेयरमैन ऑलराउंडर को अपने साथ जोड़ने के लिए तैयार थे और यह एक खुला रहस्य था। उन्होंने कहा- हमने धांधली से फ्लिंटॉफ को श्रीनिवासन को दे दिया। हां, हमने ऐसा किया। इसमें कोई संदेह नहीं है। हर टीम को इसके बारे में पता था। श्रीनिवासन आईपीएल नहीं होने दे रहे थे। वह हमारे लिए कांटा बन गए थे। मोदी ने आगे कहा- हां, हमने सभी से कहा कि फ्लिंटॉफ के लिए बोली न लगाएं। उन्होंने कहा- जब आप आईपीएल जैसा आयोजन करने की कोशिश कर रहे हैं, और मैंने इसे अकेले ही किया है, तो आपको हर बाधा को दूर करने की जरूरत है और खेल के लिए जो बड़ा है, वह करना होगा। 
-Legend News

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