न्यायमूर्ति हरीश टंडन उड़ीसा उच्च न्यायालय के नए मुख्य न्यायाधीश होंगे। न्यायमूर्ति टंडन को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा उड़ीसा न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश के रूप में नियुक्त किया गया है।
जानकारी के मुताबिक सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने उनकी नियुक्ति की सिफारिश की थी। न्यायमूर्ति हरीश टंडन वर्तमान में कोलकाता उच्च न्यायालय में न्यायाधीश हैं।
19 जनवरी को मुख्य न्यायाधीश चक्रधारी शरण सिंह के सेवानिवृत्त होने के बाद नये मुख्य न्यायाधीश की नियुक्ति की सिफारिश की गयी थी। जस्टिस अरिंदम सिन्हा वर्तमान उड़ीसा हाईकोर्ट के कार्यकारी मुख्य न्यायाधीश हैं।
13 अप्रैल 2010 को हुए थे नियुक्त 
गौरतलब है कि जस्टिस हरीश टंडन कोलकाता हाईकोर्ट के न्यायाधीश के तौर पर 13 अप्रैल 2010 को नियुक्त हुए थे। हाईकोर्ट में न्यायाधीशों के बीच वह राष्ट्रीय स्तर पर सातवें वरिष्ठ न्यायाधीश हैं। इसके साथ ही कोलकाता हाईकोर्ट के वह सबसे वरिष्ठ न्यायाधीश हैं।
न्यायमूर्ति टंडन का जन्म 16 नवंबर 1964 को हुआ था। 1983 में कलकत्ता विश्वविद्यालय से स्नातक करने के बाद, उन्होंने 1989 में उसी विश्वविद्यालय से एलएलबी की डिग्री प्राप्त की। उन्होंने उसी वर्ष 26 सितंबर को एक वकील के रूप में नामांकन कराया और अभ्यास करना शुरू कर दिया। 
वह सिविल मामलों को संभालने में माहिर हैं। उन्हें 13 अप्रैल 2010 को कलकत्ता उच्च न्यायालय का न्यायाधीश नियुक्त किया गया था। तब से, वे कलकत्ता उच्च न्यायालय के न्यायाधीश के रूप में कार्यरत हैं और उन्होंने कई ऐतिहासिक फैसले सुनाए हैं।
राष्ट्रपति ने दी मंजूरी
केंद्र सरकार ने न्यायमूर्ति टंडन की नियुक्ति के लिए सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम की सिफारिश राष्ट्रपति को भेजी है, जिन्होंने उन्हें ओडिशा उच्च न्यायालय का मुख्य न्यायाधीश नियुक्त किया है।
सरकार की आधिकारिक सूचना इस प्रकार है, भारत के संविधान के अनुच्छेद 217 के खंड (1) द्वारा प्रदत्त शक्ति का प्रयोग करते हुए, राष्ट्रपति, कलकत्ता उच्च न्यायालय के न्यायाधीश न्यायमूर्ति हरीश टंडन को उड़ीसा उच्च न्यायालय का मुख्य न्यायाधीश नियुक्त करते हैं, जो उनके पदभार ग्रहण करने की तिथि से प्रभावी होगा। 
-Legend News

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