इराक में ताक़तवर शिया नेता और मौलवी मुक़्तदा अल-सद्र के राजनीति से संन्यास लेने के ऐलान के बाद उनके समर्थकों और सुरक्षाकर्मियों के बीच बग़दाद में लगातार दूसरे दिन ज़ोरदार हिंसक झड़प हो रही है. हिंसा में अब तक कम-से-कम 20 लोगों की मौत हो गई है और सैकड़ों लोग घायल बताए जा रहे हैं.
बग़दाद के अलावा बसरा, नजफ़, नासिरिया और हिल्ला शहरों से भी हिंसा की ख़बरें आ रही हैं.
हिंसा की शुरूआत मुक़्तदा अल-सद्र के राजनीति से संन्यास लेने के एलान के बाद हुई.
पिछले वर्ष अक्टूबर में इराक़ में हुए संसदीय चुनाव में उनके गुट को सबसे ज़्यादा सीटें मिली थीं, मगर उन्होंने सरकार बनाने के लिए दूसरे ईरान-समर्थित शिया गुटों से वार्ता करने से इंकार कर दिया. 
इऱाक़ में 10 महीने बाद भी नई सरकार नहीं बन पाने से कायम राजनीतिक गतिरोध के बीच महंगाई और बेरोज़गारी चरम पर है. इससे लोगों में अंतरिम सरकार के प्रति काफ़ी नाराज़गी है. 
सोमवार को मुक़्तदा सद्र के संन्यास के ऐलान के बाद राजधानी बग़दाद में रात भर हिंसक घटनाएं होती रहीं. इसे पिछले कुछ सालों में वहाँ हुई सबसे बड़ी हिंसक घटनाओं में से एक बताया जा रहा है.
इराक़ के अंतरिम प्रधानमंत्री और सद्र के सहयोगी मुस्तफ़ा अल-कदीमी ने लोगों से शांति क़ायम करने की अपील की है. बग़दाद के अलावा कई और शहरों में भी हिंसक घटनाएं होने के बाद सेना ने पूरे देश में कर्फ्यू लगाने का ऐलान कर दिया है.
बग़दाद की सड़कों पर रात भर हिंसक झड़पें होती रहीं. मुक़्तदा अल-सद्र के लड़ाकों और सुरक्षाकर्मियों के बीच जमकर गोलियां चलती रहीं. वहीं लड़ाकों का पता लगाने के लिए छोड़े गए पटाखों से आसमान रात भर रोशन होता रहे. 
पूरे देश में कर्फ़्यू 
हिंसा की ज़्यादातर घटनाएं शहर के महत्वपूर्ण ग्रीन ज़ोन में घटी हैं. इस इलाक़े में सरकारी इमारतें और विदेशी दूतावास स्थित हैं.
सुरक्षा अधिकारियों ने बताया है कि जो झड़पें हुई हैं उनमें से कई मुक़्तदा अल-सद्र की मिलिशिया संस्था 'पीस ब्रिगेड्स' और इराक़ की सेना के बीच घटी हैं.
सोशल मीडिया पर डाले गए वीडियो में कई लड़ाके रॉकेट से चलाए जाने वाले ग्रेनेड जैसे बड़े हथियार के साथ दिख रहे हैं.
उधर इन घटनाओं के बाद ईरान ने इराक़ से लगने वाली अपनी सीमा को बंद कर दिया है. वहीं कुवैत ने अपने नागरिकों से तत्काल इराक़ छोड़ देने का आग्रह किया है.
समाचार एजेंसी एएफ़पी ने 'डॉक्टरों के हवाले से बताया है कि गोली लगने से मुक़्तदा अल-सद्र के कम-से-कम 20 समर्थकों की मौत हो गई है और क़रीब 350 प्रदर्शनकारी घायल हो गए हैं.
संयुक्त राष्ट्र संघ के महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने कहा है कि वे इस घटना से चिंतित हैं. हालात सुधारने के लिए उन्होंने तत्काल क़दम उठाने का अनुरोध किया है.
देश के अंतरिम प्रधानमंत्री मुस्तफ़ा अल-कदीमी ने इस घटना के बाद पूरे देश में कर्फ़्यू लगाने का एलान किया है. उन्होंने कैबिनेट की बैठकें निलंबित कर दी हैं. उन्होंने मुक़्तदा अल-सद्र से हिंसा रोकने के लिए दख़ल देने का अनुरोध किया है.
वहीं मुक़्तदा अल-सद्र ने हिंसा रुकने और हथियारों के इस्तेमाल थमने तक उपवास करने का ऐलान किया है.
इससे पहले सोमवार को मुक़्तदा अल-सद्र ने कहा, ''मैंने पहले ही राजनीतिक मामलों में दख़ल न देने का फ़ैसला लिया था, लेकिन अब मैं अपने रिटायरमेंट और सद्र समर्थक आंदोलन से जुड़े सभी संस्थानों को बंद करने का ऐलान करता हूं.''
हालांकि उनके आंदोलन से जुड़े मज़हबी संस्थान खुले रहेंगे.
-Compiled by Legend News

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