यूरोपीय विमान निर्माता कंपनी एटीआर भारत में कारोबारी अवसरों को लेकर उत्साहित है। एटीआर भारत में अपने विमानों की बिक्री की संभावनाओं को तलाशने के लिए विभिन्न ऑपरेटर्स और एयरलाइंस के साथ बातचीत कर रही है। भारतीय बाजार की विकास संभावनाओं को देखते हुए एटीआर के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि उन्हें उम्मीद है कि अगले 10 वर्षों में देश में 300 और टर्बोप्रॉप होंगे। 
देश में अभी 70 एटीआर विमान संचालित हो रहे
एयरबस और लियोनार्डो के संयुक्त उद्यम वाली कंपनी एटीआर 78 सीटों वाले टर्बोप्रॉप विमान के साथ-साथ मालवाहक विमान भी बनाती है। वर्तमान में, देश में 70 एटीआर विमान हैं, जिनका संचालन इंडिगो, एलायंस एयर और फ्लाई91 जैसी एयरलाइंस और ऑपरेटर्स द्वारा किया जाता है। कंपनी के प्रबंध निदेशक और एशिया प्रशांत क्षेत्र के प्रमुख जीन-पियरे क्लेरसिन ने हाल ही में दिल्ली का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि कंपनी पहले से ही एटीआर विमान उड़ा रहे ऑपरेटरों सहित अनुसूचित और गैर-अनुसूचित ऑपरेटरों के साथ बातचीत कर रही है। 
भारत दुनिया का तेजी से बढ़ता नागरिक उड्डयन बाजार
भारत दुनिया के सबसे तेजी से बढ़ते नागरिक उड्डयन बाजारों में से एक है और यहां हवाई अड्डों की संख्या के साथ-साथ क्षेत्रीय हवाई संपर्क भी बढ़ रहा है। देश में अगले पांच वर्षों में 50 और हवाई अड्डे स्थापित करने के प्रयास किए जा रहे हैं। मौजूदा समय में, भारत में 160 से अधिक हवाई अड्डे चालू हैं। क्लेरसिन ने कहा कि भारत में अगले 10 वर्षों में 300 और टर्बोप्रॉप विमान होने की संभावना है।
छोटे मार्गों के लिए एटीआर विमानों के लिए संभावनाएं
एटीआर ने 100 देशों में 200 ऑपरेटरों को 1,800 विमान बेचे हैं। टैरिफ अनिश्चितताओं के बारे में, क्लेरसिन ने कहा कि कोई नहीं कह सकता कि इसका परिणाम क्या होगा। उन्होंने कहा, हम कीमतें कम रखने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि भारत जैसे घरेलू बाजार के लिए, जहां कई छोटे मार्ग हैं, जहां एक घंटे में पहुंचा जा सकता है, वहां ऑपरेटरों को एटीआर विमान जैसे सस्ते उत्पाद की जरूरत होगी।
-Legend News

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