रिपोर्ट : LegendNews
श्रीकृष्ण-जन्मस्थान पर श्रीराधाजी के जन्म की धूम, जन्मभूमि पर हो रही रावल-बरसाने की अनुभूति
मथुरा। आज भाद्रपद शुक्ल अष्टमी दिनांक 11 सितम्बर 2024 बुधवार को श्रीकृष्ण-जन्मभूमि पर श्रीराधाष्टमी महोत्सव पौराणिक मान्यताओं एवं शास्त्रीय मर्यादाओं के अनुरूप बड़ी ही धूमधाम व हर्षोल्लास से मनाया गया।
घण्टे, घड़ियाल, ढोल, नगाड़े, मजीरे की मंगल ध्वनि के मध्य प्रातः 9 बजे राधा स्वरूप धारण कर विराजमान भगवान श्रीकेशवदेवजी महाराज का दिव्य पंचामृत अभिषेक किया गया। राधा स्वरूप में भगवान श्रीकेशवदेवजी के दर्शन अत्यन्त मनोहारी और भक्तों को आनन्दित कर रहे थे। सर्वेश्वरी श्रीराधाजी और सर्वेश्वर श्रीकृष्ण दोनों एक ही हैं, सन्त और वैष्णवों के ऐसे भाव के दर्शन आज श्रीराधा रूप में विराजमान भगवान श्रीकेशवदेव जी महाराज के दर्शन से हो रहे थे।
भगवान श्रीकेशवदेवजी मंदिर से चाव (बधाई) सामग्री सुन्दर डलियों एवं थालों में सजाकर ब्रजवासी भक्तजन मंगल ध्वनि के मध्य उद्दाम नृत्य-गायन, संकीर्तन करते हुऐ भागवत भवन में पधारे। भागवत भवन में विराजमान प्रत्यक्ष रूप श्रीराधाकृष्ण युगल सरकार के समक्ष दिव्य भजन और बधाई गायन ब्रज की सुप्रसिद्ध भजन-गायिका श्रीमती शालिनी शर्मा द्वारा किया गया। 11.30 बजे श्रीसूक्त आदि मंगल पाठों के मध्य भगवान श्रीराधाजी के प्रत्यक्ष स्वरूप का पुष्पार्चन किया गया। तदुपरान्त श्री किशोरी जी की प्राकट्य आरती हुई इसके पश्चात कमल पुष्प में विराजित श्रीराधाजी के चल श्रीविग्रह अभिषेक स्थल पर पधारे। वृहद अभिषेक सामग्री से संस्थान के सचिव श्री कपिल शर्मा एवं सदस्य श्री गोपेश्वरनाथ चतुर्वेदी तथा मंदिर के पूजाचार्यों ने श्रीराधाजी का जन्ममहाभिषेक किया। जन्माभिषेक के मध्य शास्त्रीय मंत्रों की गूँज, झाँझ, मजीरे एवं मृदंग की ध्वनि से झूमते-नाचते श्रद्धालु संपूर्ण वातावरण को भावमय कर रहे थे। श्रद्धालुओं से खचाखच भरे भागवत भवन में निरन्तर पुष्प एवं मालाओं की बरसात हो रही थी। दिव्य श्रृंगार, पोशाक एवं भव्य पुष्प सज्जा के मध्य विराजमान युगल-सरकार श्रीश्यामा-श्याम जू की छवि प्रभू के साक्षात दर्शन का आभास भक्तों को करा रही थी।
मंदिर प्रांगण में अद्भुद बधाई गायन के मध्य श्रद्धालुओं को बहुत बड़ी मात्रा में फल, मिष्ठान, वस्त्र, खिलौने, पुष्प-माला बधाई स्वरूप प्रदान की गयी। श्रीकिशोरी जी के स्वरूप एवं श्रद्धालुओं के भाव, उद्दाम नृत्य, अदभुद गायन को देखकर ऐसा प्रतीत हो रहा था कि श्री बरसाना धाम और श्री रावल धाम दोनों ही भगवान श्रीकृष्ण की जन्मभूमि पर उपस्थित हों।
श्रीराधाष्टमी के पवित्र अवसर पर श्रीकृष्ण-जन्मस्थान सेवा-संस्थान ने वृहद मात्रा में प्रसादी-भण्डारे की व्यवस्था की। उत्सव एवं प्रसादी भण्डारे में श्री राजीव गुप्ता का विशिष्ट सहयोग प्राप्त हुआ। प्रातः 8 बजे से ही सन्त, वैष्णव भक्तजन श्रीकिशोरी जी के जन्म महोत्सव के भण्डारे में प्रसाद प्राप्त कर अभिभूत हुऐ।
श्रीराधा जन्म महोत्सव को भव्य और दिव्य रूप से मनाने में संस्थान के सदस्य डॉ. रोशन लाल, उप मुख्य अधिशाषी श्री अनुराग पाठक, श्री कन्हैयालाल रंगवाले, श्री अनिलभाई, श्री पंकज अग्रवाल, श्री गौरव अग्रवाल टैन्ट वाले आदि का विशेष सहयोग रहा।
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