बांग्लादेश में बीते साल हुए नाटकीय सियासी बदलाव के बाद सेना प्रमुख जनरल वकार उज जमां सबसे प्रमुख व्यक्ति बनकर उभरे थे। उनके इशारे पर ही शेख हसीना के देश छोड़ने के बाद मोहम्मद यूनुस को अंतरिम सरकार की कमान सौंपी गई। हालांकि कुछ महीनों के बाद ही बांग्लादेश के आर्मी चीफ जनरल वकार जमां और देश की सरकार के मुखिया यूनुस के बीच तनातनी की खबरें आने लगीं। अब स्थिति बद से बदतर हो गई है और यूनुस किसी तरह जमां को रास्ते से हटाने की जुगत में हैं। यहां तक कि उनकी गिरफ्तारी कर फांसी भी दी जा सकती है। ये सब दावे बांग्लादेश के ही एक पत्रकार ने किए हैं। 
इंडिया डेली लाइव पर एक कार्यक्रम में बोलते हुए बांग्लादेशी पत्रकार सलाउद्दीन शोएब चौधरी ने दावा किया है कि मोहम्मद यूनुस पूरी तरह पाकिस्तान के हाथों में खेल रहे हैं। ये आर्मी चीफ वकार जमां को पसंद नहीं आ रहा है और दोनों के रिश्ते में तनाव की वजह बन रहा है। उन्होंने कहा कि यूनुस ने लालमोनिरहाट में चीन को एयरबेस बनाने के बुलाया है। इससे पहले ढाका की ऑर्डिनेंस फैक्ट्री को पाकिस्तान को सौंपने की कोशिश यूनुस कर चुके हैं। आर्मी चीफ जमां ने दखल देकर उस डील को रोका। 
जमां के खिलाफ साजिश चल रही है 
चौधरी ने आगे कहा, 'यूनुस लगातार सेना प्रमुख जमां के करीबियों पर शिंकाजा कस रहे हैं ताकि उनको कमजोर कर सकें। यूनुस ने कई सीनियर अफसरों को हाउस अरेस्ट करा दिया है और उन पर मुकदमे किए गए हैं। इस सबके बीच मोहम्मद यूनुस ने खलीलुर्रहमान को नेशनल सिक्योरिटी एडवाइजर बना दिया है। ये आर्मी चीफ वकार जमां के खिलाफ साफतौर पर साजिश का हिस्सा है। मैं कह सकता हूं कि आने वाले वक्त में जमां को बर्खास्त कर दिया जाएगा। यूनुस की मंशा जनरल जमां को गिरफ्तार कर जेल भेजने और मुकदमा चलाकर उनको फांसी देने की है। इसकी बड़ी साजिश चल रही है। 
शोएब चौधरी ने इस दौरान कहा कि बंगाली कभी भी पाकिस्तानी को पसंद नहीं करता है। बांगाली तो पाकिस्तानी फौज और सरकार को अपने दुश्मन की तरह देखता है। यूनुस बंगाली हैं ही नहीं, इसलिए यह पाकिस्तान की गोद में बैठ रहे हैं। यूनुस को ये समझ लेना चाहिए कि अगर किसी बाहरी ताकत के इशारे पर उन्होंने बांग्लादेश की आर्मी और जनता के खिलाफ लड़ाई छेड़ने की कोशिश की तो उनका अंजाम बहुत बुरा होगा। 
दूसरे देश दे रहे हैं दखल: चौधरी
चौधरी ने कहा कि यूनुस को सत्ता तक पहुंचाने के पीछे पाकिस्तान और अमेरिका है। इन बाहरी ताकतों का मकसद बांग्लादेश को अस्थिर करना है। ये पूरी साजिश बांग्लादेश को लूटने के लिए रची जा रही है। इन काम आसान हो गया है क्योंकि शेख हसीना की पार्टी फिलहाल अंडरग्राउंड है। इसके बावजूद यूनुस के दिल में शेख हसीना का ही डर है कि वो लौटीं तो जनता सड़कों पर उतरकर उनका स्वागत करेगी। 
चौधरी ने कहा कि शेख हसीना ने हमेशा भारत से अच्छा रिश्ता रखा और उनको इसका फायदा भी हुआ। बांग्लादेश की तरक्की की रफ्तार भी तेज हुई। दूसरी ओर पाकिस्तान से हाथ मिलाने वाले नेता देश को बर्बाद की तरफ ही लेकर गए हैं। आज की सरकार यही कर रही है लेकिन आम बंगाली की दोस्ती भारतीयों से कभी नहीं टूट सकती है।
-Legend News

मिलती जुलती खबरें

Recent Comments

Leave A Comment

Don’t worry ! Your Phone will not be published. Required fields are marked (*).