तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन की ओर से बुलाई गई परिसीमन पर पहली संयुक्त समिति की बैठक में तमिलनाडु भारतीय जनता पार्टी अध्यक्ष के. अन्नामलाई ने प्रदेश सरकार पर निशाना साधा है.
उन्होंने प्रदेश सरकार पर तमिलनाडु के मुद्दों को नज़रअंदाज़ करने का आरोप लगाया है. साथ ही कहा कि एमके स्टालिन परिसीमन का मुद्दा खुद बना रहे हैं.
अन्नामलाई ने पत्रकारों से कहा कि जब से डीएमके ने सत्ता संभाली है, तमिलनाडु के मुद्दों को लगातार राजनीतिक लाभ के लिए नज़रअंदाज़ किया गया है.
उन्होंने कहा, “तमिलनाडु के मुख्यमंत्री कभी भी केरल के लोगों से बात करने और मुद्दों को सुलझाने के लिए वहां नहीं गए लेकिन आज उन्होंने केरल के मुख्यमंत्री को एक बनावटी मुद्दे पर बात करने के लिए आमंत्रित किया है जिसे उन्होंने खुद ही खड़ा किया है.”
भाजपा अध्यक्ष ने कहा, “हमारी निंदा तमिलनाडु के मुख्यमंत्री के लिए है, जिन्होंने केरल के मुख्यमंत्री को बुलाया और तमिलनाडु की समस्याओं का समाधान नहीं किया.”
“डीके शिवकुमार सिद्दारमैया के ख़िलाफ़ अपनी चाल चल रहे हैं. यही वजह है कि वह तमिलनाडु आकर यह दिखाना चाहते हैं कि वह एक पैन-इंडिया नेता हैं और सिद्दारमैया एक क्षेत्रीय नेता हैं.”
परिसीमन के मुद्दे पर उन्होंने कहा, "प्रधानमंत्री ने कहा है कि जनसंख्या मापदंड नहीं है और गृह मंत्री ने कहा है कि यह आनुपातिक आधार पर होगा.”
शनिवार को चेन्नई में तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन की ओर से परिसीमन पर पहली संयुक्त समिति की बैठक बुलाई गई है.
इस बैठक में शामिल होने के लिए एमके स्टालिन ने जिन राज्यों में विपक्ष की सरकार है उन राज्यों के मुख्यमंत्रियों को आमंत्रित किया है.
इनमें केरल, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, ओडिशा, पश्चिम बंगाल और पंजाब के मुख्यमंत्री को न्योता भेजा गया है.
हालांकि, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इस बैठक से खुद को किनारे कर लिया है.
-Legend News 

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