अलीगढ़। अलीगढ़ नगर निगम में आईटीआई के जरिए सूचना मांगने पर आरटीआई एक्टिविस्ट को जान से मारने की धमकी मामला सुर्खियों में है। इस मामले में आरटीआई एक्टिविस्ट ने अलीगढ़ के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को पत्र भेजकर इस बात की शिकायत की है। आरटीआई कार्यकर्ता इस धमकी के बाद इस हद तक डरा हुआ है कि उसने इस पत्र में लिखा है कि यदि मेरी हत्या होती है तो इस प्रार्थना पत्र को मेरा मृत्यु पूर्व बयान मान कर उपरोक्त लोगों के विरुद्ध प्रथम दृष्टि दोषी मानते हुए कार्यवाही की जाए। 
अलीगढ़ के टीकाराम कॉलोनी नौरंगाबाद निवासी प्रवीण कुमार आरटीआई एक्टिविस्ट हैं और सामाजिक कार्यों में लगे रहते हैं। उन्होंने बताया कि मुझे पता चला कि आगरा रोड स्थित कान्हा गौशाला में गाय और गोवंशों की बहुत दुर्दशा है ,आवारा कुत्ते आए दिन उन पर हमला करते हैं उनका मांस नोच लेते हैं उनके खान-पान में भी अधिकारी और ठेकेदारों की मिली भगत से घोटाला किया गया है । जिसकी पुष्टि जिसकी पुष्टि के दस्तावेज मेरे पास उपलब्ध है और इस मामले में नगर आयुक्त के द्वारा संबंधित ठेकेदार मनोज सिंह सिविल कांट्रेक्टर पर जुर्माना भी लगाया गया है। इन्हीं विषयों पर मेरे द्वारा जन सूचना अधिकारी नगर निगम अलीगढ़ को सूचना प्राप्ति के लिए आरटीआई का पत्र दिया गया था । जिसके जवाब में नगर निगम के पशु कल्याण अधिकारी डॉ राजेश वर्मा के द्वारा मुझे झूठे मुकदमे में फंसाने की धमकी भरा नोटिस दिया गया और ठेकेदार के बेटे अभिषेक के द्वारा फोन पर जान से मारने की धमकी दी गई और गाली गलौज की गई।

अभिषेक ने कहा कि आरटीआई वापस ले लो नहीं तो मारे जाओगे। इस पूरी घटना की शिकायत 31 मई 2025 को मेरे द्वारा सतर्कता आयोग लखनऊ, प्रमुख सचिव गृह मंत्रालय , मानव अधिकार आयोग ,वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अलीगढ़ आदि को की गई जिस पर कोई कार्यवाही नहीं की गई और पुलिस ने मेरी रिपोर्ट भी दर्ज नहीं की। एक्टिविस्ट ने इसकी शिकायत चौकी इंचार्ज नौरंगाबाद नीतू वर्मा से भी की जिन्होंने प्रार्थी की बात को अनसुना कर दिया और कोई कार्रवाई करने से मना कर दिया। तब एक बार पुनः इस बात की शिकायत दिनांक 16/6/2025 को श्रीमान वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अलीगढ़ से की गई। 

आरटीआई कार्यकर्ता का कहना है कि मैं सरकार की नीतियों का समर्थक हूं मोदी जी और योगी जी जिस तरह से गायों को बचाने में उनकी सेवा में लगे हैं उनके अधिकारी ठेकेदारों की मिलीभगत से गायों की जो दुर्दशा कर रहे हैं वह शब्दों में बयां करना मुश्किल है मैं जन सूचना के माध्यम से इस सारे घोटाले को उजागर करना चाहता हूं जिसके बदले मुझे जान से मारने की धमकी मिली है पुलिस मेरे प्रार्थना पत्रों पर रिपोर्ट दर्ज नहीं कर रही है मुझे पूरा अंदेशा है कि मेरी हत्या हो सकती है इसलिए मैंने एसपी को अपना पत्र सौंप दिया है और उसमें लिख दिया है कि अगर मेरे साथ कोई घटना हो तो इन लोगों को ही मेरी मृत्यु का जिम्मेदार माना जाए।
- Legend News

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