रिपोर्ट : LegendNews
टॉयलेट एक प्रेम कथा को फ्लॉप कहने पर अक्षय का जया बच्चन को करारा जवाब
जया बच्चन अपनी बेबाक शख्सियत के लिए जानी जाती हैं और इसी वजह से वह अक्सर सुर्खियों में रहती हैं. दिग्गज अभिनेत्री ने हाल ही में अक्षय कुमार की 2017 की फिल्म टॉयलेट: एक प्रेम कथा पर विवादित बयान दिया और इसे एक फ्लॉप मूवी बताया. अब केसरी चैप्टर 2 के प्रमोशनल इवेंट में स्काई फोर्स एक्टर ने इस पर अपनी प्रतिक्रिया दी.
बॉलीवुड अभिनेता अक्षय कुमार इन-दिनों अपनी आने वाली फिल्म केसरी चैप्टर 2 को लेकर सुर्खियों में है. फिल्म 18 अप्रैल को सिनेमाघरों में रिलीज होगी. अब खिलाड़ी कुमार ने दिग्गज अभिनेत्री जया बच्चन के उन कमेंट पर रिएक्ट किया. जिसमें उन्होंने साल 2017 में आई फिल्म टॉयलेट एक प्रेम कथा को फ्लॉप बताया था.
अक्षय ने अपनी अपकमिंग फिल्म केसरी चैप्टर 2 की प्रेस कॉन्फ्रेंस में इन मुद्दों पर बात की. एक्टर ने कहा, “मुझे नहीं लगता किसी ने टॉयलेट एक प्रेम कथा की आलोचना की है. कोई बेवकूफ ही होगा, जो ऐसी फिल्मों की बुराई करेगा. आप खुद देख लीजिए, मैंने पैडमैन बनाई, मैंने एयरलिफ्ट की, टॉयलेट एक प्रेम कथा, केसरी, और अब केसरी चैप्टर 2… बहुत सारी ऐसी फिल्में बनाई, जो लोगों को काफी कुछ सिखाती है.” उन्होंने आगे कहा, “अब अगर उन्होंने कहा है तो फिर सही होगा. अगर टॉयलेट: एक प्रेण कथा फिल्म बनके मैंने कोई गलत काम किया तो फिर अगर वो कह रहे होंगे तो सही होगा.”
जया बच्चन ने अक्षय कुमार फिल्म पर क्या की थी टिप्पणी
इंडिया टीवी कॉन्क्लेव में बोलते हुए जया बच्चन ने माना कि उन्हें फिल्म टॉयलेट एक प्रेम कथा देखने में कुछ हिचकिचाहट थी. उन्होंने कहा, “बस फिल्म का शीर्षक देखिए. मैं ऐसे नाम वाली फिल्म कभी नहीं देखूंगी. यह कोई नाम है? क्या यह वाकई कोई नाम है?” जया बच्चन ने फिर दर्शकों से पूछा कि क्या उन्हें ऐसे टाइटल वाली फिल्म देखने में कोई दिक्कत होगी. जब कुछ लोगों ने हाथ उठाया, तो अभिनेत्री ने कहा, “इतने सारे लोगों में से मुश्किल से चार लोग ही फिल्म देखना चाहते हैं. यह बहुत दुखद है. यह तो फ्लॉप है.”
टॉयलेट: एक प्रेम कथा के बारे में
2017 में रिलीज हुई टॉयलेट: एक प्रेम कथा केशव के इर्द-गिर्द घूमती है, जो जया (भूमि पेडनेकर) से प्यार करता है और उससे शादी कर लेता है. जब वह अपने घर में शौचालय न होने की शिकायत करती है, तो केशव एक शौचालय बनवाने का फैसला करता है. हालांकि, उसे जल्द ही एहसास होता है कि यह कोई आसान काम नहीं हो सकता था, क्योंकि उसे अपने ही परिवार और पूरे गांव से धार्मिक आधार पर विरोध का सामना करना पड़ता है.
-Legend News
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