दिल्ली विधानसभा चुनाव का मतदान खत्म होते ही आप उम्मीदवारों को भाजपा द्वारा खरीदने के आरोपों ने तूल पकड़ लिया है। आम आदमी पार्टी का कहना है कि भाजपा के नेताओं ने उनके 16 उम्मीदवारों को तोड़ने की कोशिश करते हुए 15-15 करोड़ रुपए और मंत्री पद का प्रस्ताव दिया है। वहीं भाजपा ने इस आरोपों को खारिज करते हुए उनसे माफी की मांग की है। 
संजय सिंह ने लगाए भाजपा पर आरोप
आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने बीते दिन आरोप लगाया था कि उनके सात विधायकों के पास उन्हें खरीदने के लिए कॉल्स आए। उन लोगों को 15-15 करोड़ रुपए देने की बात कही। भाजपा पार्टियों को तोड़कर चुनाव जीतना चाहती है। हमने विधायकों से कहा है कि वे ऐसे ऑडियो कॉल रिकॉर्ड करें और अगर कोई उनसे मिले, तो उन्हें छिपे हुए कैमरे से इसका वीडियो बनाना चाहिए। हालांकि अभी तक उनके नेताओं की तरफ से किसी भी तरह की ऑडियो रिकॉर्डिंग पेश नहीं की गई है। 
वहीं इस बात पर जवाब देते हुए भाजपा के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि 'चाहे संजय सिंह हों या कोई और आप नेता, वे अपना मानसिक संतुलन खो चुके हैं। उन्होंने जो इतने घटिया आरोप लगाए हैं, उसका सबूत दें। दिल्ली बीजेपी आम आदमी पार्टी के खिलाफ शिकायत दर्ज कराने के लिए एंटी करप्शन ब्यूरो जा रही है। अगर वे लोग इन आरोपों का सबूत नहीं देते हैं, तो उन्हें कानूनी कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा। आतिशी इसी तरह के मामले में जमानत पर हैं। वहीं अरविंद केजरीवाल ने हमारे नेताओं से हाल ही में माफी मांगी थी और अब आप के अन्य नेताओं के माफी मांगने की बारी है। 
कांग्रेस नेता संदीप दीक्षित ने केजरीवाल को दी नसीहत
वहीं इस मामले पर कांग्रेस नेता संदीप दीक्षित ने आम आदमी पार्टी और अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधते हुए कहा कि इनका रहस्य हमेशा रहस्य रह जाता है, जिसके कभी कोई सबूत नहीं मिलते। इनके शराब आदि के जो रहस्य सामने आते हैं, वो इसपे फंस जाते हैं। इनके रहस्य मजाक बन चुके हैं। वहीं उन्होंने कहा कि कौन से ऐसे विधायक हैं, जिनके पास फोन कॉल्स आ रहे हैं? अरविंद केजरीवाल कह रहे हैं कि दिल्ली में उनकी 55 सीटें आ रही हैं, अगर वो 15 विधायक खरीद भी लेंगे, तब भी आप सरकार बना लेंगे। 
इतने क्यों घबरा रहे हैं कि बिना तर्क की बात कर रहे हैं? बिना किसी के विधायक बने किसी के पास फोन क्यों आएगा? अगर कांटे की टक्कर हो और आपके विधायक जीते हों, तो भले फोन आ सकता है, लेकिन अभी तो कोई मतलब नहीं? ये अरविंद केजरीवाल और उनके नेताओं का फ्रस्टेशन है। पहले कहा यमुना में जहर है और अब ये आरोप? बिना किसी आधार के ये लोग आरोप लगा रहे हैं औऱ बाद में खुद ही फंस जाते हैं। 
आम आदमी पार्टी और अरविंद केजरीवाल पर उठ रहे ये सवाल
ऐसे में सवाल उठाए जा रहे हैं कि आखिर केजरीवाल या उनकी पार्टी के नेताओं के पास अगर उन्हें खरीदने के लिए फोन कॉल्स आए, तो वो अब तक शांत क्यों रहे? उन्होंने पुलिस, चुनाव आयोग आदि से शिकायत क्यों नहीं की? अगर उनके पास फोन कॉल्स आए, तो संजय सिंह ने आरोप लगाने में देरी क्यों कर दी? वहीं लोगों द्वारा सवाल उठाए जा रहे हैं कि अगर आम आदमी पार्टी के नेताओं के पास फोन कॉल्स आ रहे थे, तो वे सिर्फ सुनते रहे, उन्होंने कुछ भी रिकॉर्ड क्यों नहीं किया?  
लोगों का कहना है कि केजरीवाल के नेताओं के पास हर चुनाव से पहले कॉल्स आने लगते हैं, इससे साफ है कि केजरीवाल और उनके नेता साफ झूठ बोल रहे हैं? वहीं लोग उनके पिछले आरोपों पर चुकटकी लेते हुए कह रहे हैं कि दो साल पहले भाजपा आप नेताओं को 25 करोड़ में खरीदने की कोशिश कर रही थी और अब 15 करोड़ दे रही है, मतलब उन्होंने दो साल में ही आप नेताओं की कीमत 10 करोड़ घटा दी।
-Legend News

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