कार्ल मार्क्स के राजनीतिक सिद्धांतों पर चलने का हमारा फैसला सही: China
पेइचिंग। China के राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने कहा कि कार्ल मार्क्स के राजनीतिक सिद्धांतों के साथ रहने का China की सत्ताधारी कम्युनिस्ट पार्टी का फैसला पूरी तरह सही है।
शी ने शनिवार को होने वाली जर्मन दार्शनिक की 200वीं जयंती से पहले यह बात कही। साल 2002 में सत्ता के आने के बाद शी को माओ जेडॉन्ग के बाद सबसे ताकतवर नेता माना जा रहा है।
शी ने कहा कि पार्टी को अपनी समाजवादी जड़ों को नहीं भूलना चाहिए क्योंकि इसी की वजह से चीनी राष्ट्र के परिवर्तन को प्राप्त किया जा सकता है।
शुक्रवार को पेइचिंग के ग्रेट हॉल ऑफ पीपल में शी ने कहा, ‘China की कम्युनिस्ट पार्टी के झंडे पर मार्क्सवाद लिखना बिल्कुल सही था और मार्क्सवाद की सार्थकता और आधुनिकीकरण को बढ़ावा देना पूरी तरह से सही है।’
शी ने सभी पार्टी सदस्यों को मार्क्सवादी कार्यों को पढ़ने और मार्क्सवादी सिद्धांतों को जीवन शैली और आध्यात्मिकता के रूप में अपनाने का निर्देश दिया।
वॉशिंगटन स्थित एक एडवाइजरी फर्म के चाइना प्रेक्टिस फॉर क्रम्प्टन ग्रुप के जूड ब्लैन्चेट का कहना है कि यहां तक कि यदि यह हमारे कम्युनिस्ट पारंपरिक ज्ञान को अपमानित करता है तो भी हमें लगता है कि हमें इस धारणा को स्वीकार करना शुरू करना होगा कि शी वास्तव में मार्क्स और मार्क्सवाद में विश्वास करते हैं।
जूड ने कहा कि 2008 के वैश्विक वित्तीय संकट और अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रम्प के चुनाव जैसे कार्यक्रमों के चलते पश्चिमी पूंजीवादी लोकतंत्रों के साथ वैचारिक खाड़ी को चौड़ा करने में भी मार्क्सवदी सिद्धांत मदद करता है। उन्होंने कहा कि मार्क्स को भी मजबूत करते हुए, पार्टी अमेरिका के ‘असफल’ वैकल्पिक राजनीतिक-आर्थिक मॉडल के साथ खुद को अलग कर रही है।
-एजेंसी