कार्ष्णि गुरू शरणानन्द ने किया आदर्श संस्कार शाला का लोकार्पण
मथुरा। जीवन में संस्कारों की शुद्वता से समाज को नई दिशा मिलती है, यह उदगार संस्था आदर्श युवा समिति, मथुरा के द्वारा प्रारम्भ की गई परियोजना ‘‘आदर्श संस्कार शाला‘‘ के लोकापर्ण अवसर पर परमसंत काष्णि गुरू शरणानन्द जी महाराज ने प्रकट किये। उन्होंने शिक्षा एवं बाल कल्याण हित में चलायी जा रही आदर्श संस्कार शाला के लिए संस्था पदाधिकारियों को अपनी सदभावना व्यक्त करते हुए आशीर्वाद प्रदान किया।
आदर्श संस्कार शाला ग्रामीण एवं पिछड़े क्षेत्र में पढ़ने वाले विद्यार्थियों और विद्या से वंचित बालक व बालिकाओं को शिक्षा की सकारात्मक धारा से जोड़ने व उन्हें संस्कार युक्त वातावरण प्रदान करके उनका सर्वांगीण विकास करने की शैक्षिक मूल्य उन्नयन योजना है। इस सम्बन्ध में जानकारी प्रदान करते हुए परियोजना समन्वयक अतुल उपाध्याय ने बताया बालक-बालिकाओं को नकारात्मक सोच एवं प्रभावों से दूर कर शिक्षा प्राप्त करने एवं प्रदान करने दोनों ही गतिविधियों को सहज, सरल, मनोवैज्ञानिक प्रशिक्षण के रूप में शिक्षा प्रणालियों से सीधा जोड़कर सकारात्मक, सृजनात्मक, संस्कारिक एवं प्रयोग धर्मी शिक्षा व्यवस्था का एक ऐसा वातावरण निर्मित किया जाये जिसमें विद्यालयों में पढ़ने वाले विद्यार्थियों को सजीव, मानवतावादी, सामाजिक, अर्थ स्वावलंबी बनाकर देश के भावी कर्णधारों का सृजन किया जा सके जो कि अपने माता-पिता, गुरू, वृद्धजन, प्रकृति, समाज एवं सहयोगियों को अपने जीवन में महत्वपूर्ण मानकर सबका साथ सबका विकास की भावना से कार्य कर सकें।
परियोजना के उपनिदेशक डा0 धनंजय तिवारी ने बताया कि इस योजना में बच्चों के लिए विशेष कार्यक्रम भी संचालित किये जायेंगे जिसमें उनकी यादाश्त सुधार, लेखनी सुधार, कैरियर परामर्श, विधिक परामर्श आदि सुविधाऐं प्रदान की जायेंगी। श्री तिवारी ने बताया कि आदर्श संस्कार शाला संस्था के विगत कई वर्षों से चलायी जा रही शोध एवं मूल्यांकन परियोजना के प्राप्त शोध परिणामों पर आधारित है। जिसमें बच्चों के लिए खेल, संगीत, नाटक एवं विभन्न प्रकार के मनोवैज्ञानिक पद्धितियों से मौजूदा शैक्षिक प्रणाली को और अधिक व्यवहारिक सरल एवं सहज बनाकर शिक्षा के प्रति नई रूचि पैदा करने का प्रयास किया जायेगा। इसमें हमको देश के प्रख्यात अन्तर्राष्ट्रीय मानवीय व्यवहार विशेषज्ञ एवं प्रशिक्षक डा0 अजय शुक्ला एवं वरिष्ठ प्रख्यात शिक्षाविद, शोधकर्ता श्री एच0डी0 देवलालीकर जी का विशेष सहयोग प्राप्त हो रहा है।
कार्ष्णि गुरू शरणानन्द द्वारा आदर्श संस्कार शाला के लोकार्पण के इस अवसर पर दीपक गोस्वामी, उमाशंकर शर्मा, मोहन स्वरूप सक्सैना, प्रमोद अग्रवाल, जगदीश वर्मा, एम0एल0अग्रवाल, ललित अग्रवाल, श्रीमती सुमन मौजूद रहे।