Karnataka: 28वें मुख्यमंत्री बने एचडी कुमारस्वामी, डिप्टी CM बने जी परमेश्वर
नई दिल्ली। आज Karnataka में जेडीएस नेता एच डी कुमारस्वामी को राज्यपाल वजूभाई वाला ने मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाई। वहीं, कांग्रेस के जी परमेश्वर ने डिप्टी सीएम पद की शपथ ली। शपथग्रहण समारोह में सभी राज्यों से मोदी विरोधी नेता शामिल हुए हैं। मंच पर मुख्यमंत्री पद की शपथ ली जेडीएस के कुमारस्वामी ने और सामने नज़र आया 2019 की लड़ाई की तैयारी का ट्रेलर। एक-दूसरे के धुर विरोधी सियासी दिग्गज मोदी विरोधी मोर्चा लेकर अपनी एकता और ताक़त का प्रदर्शन किया।
मंच पर मुख्यमंत्री पद की शपथ ली जेडीएस के कुमारस्वामी ने और सामने नज़र आया 2019 की लड़ाई की तैयारी का ट्रेलर। एक-दूसरे के धुर विरोधी सियासी दिग्गज मोदी विरोधी मोर्चा लेकर अपनी एकता और ताक़त का प्रदर्शन किया।

शपथग्रहण समारोह में यूपीए की चेयरपर्सन सोनिया गांधी, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू, दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल, केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन, तेलंगाना के मुख्यमंत्री केसी चंद्रशेखर राव, समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव, बीएसपी अध्यक्ष मायावती, आरएलडी अध्यक्ष अजित सिंह, आरजेडी के तेजस्वी यादव, सीपीएम के सीताराम येचुरी और डीएमके के एमके स्टालिन जैसे सियासी दिग्गज मोदी विरोध के नाम पर इकट्ठा होंगे।
विपक्ष तैयारी तो 2019 लोकसभा चुनाव साथ-साथ लड़ने की कर रहा है लेकिन कर्नाटक में बना कांग्रेस-जेडीएस का नया-नया गठबंधन अब भी पूरी तरह मजबूत नहीं दिख रहा है। डिप्टी सीएम और स्पीकर पद पर तो कल सहमति बन गई लेकिन कौन-कौन मंत्री बनेगा इसका ऐलान बहुमत साबित होने के बाद किया जाएगा। वजह है डिप्टी सीएम और मंत्री पद को लेकर कांग्रेस में चल रही खींचतान।
कांग्रेस-जेडीएस के बीच मंत्री पद का बंटवारा हो गया है। तय फॉर्मूले के तहत डिप्टी सीएम और स्पीकर का पद कांग्रेस को मिला है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जी परमेश्वर उपमुख्यमंत्री बनेंगे और के आर रमेश कुमार को स्पीकर बनाया जाएगा। डिप्टी स्पीकर जेडीएस का होगा। मुख्यमंत्री के अलावा कुल 33 मंत्री होंगे। कांग्रेस कोटे से 22 और जेडीएस कोटे से 12 विधायक मंत्री बनाए जाएंगे। आज सिर्फ सीएम और डिप्टी सीएम शपथ लेंगे और कल बहुमत साबित किया जाएगा जिसके बाद मंत्रियों के नाम का ऐलान कर उनको शपथ दिलाई जाएगी।
कुमारस्वामी कोई मतभेद ना होने का दावा कर रहे हैं लेकिन बहुमत साबित होने तक मंत्रियों के नाम का ऐलान ना करना और सभी विधायकों को एक रिजॉर्ट में रखने का फैसला ये साबित करता है कि बग़ावत की आशंका अब भी बरकरार है। उधर, बीजेपी ने इस शपथ ग्रहण समारोह से दूरी बना ली है। बीजेपी नेताओं ने दो टूक कहा है कि वे इस शपथ ग्रहण समारोह में हिस्सा नहीं लेंगे बल्कि इसे वह जनमत विरोधी दिवस के रूप में मनाएंगे।
-एजेंसी