जम्मू कश्मीर के गवर्नर NN Vohra ने रद्द की आज की सर्वदलीय बैठक
श्रीनगर/नई दिल्ली। जम्मू कश्मीर के राज्यपाल एनएन वोहरा ने शुक्रवार की शाम साढे चार बजे प्रस्तावित सर्वदलीय बैठक को रद्द कर दिया है। राजभवन की ओर से इसके लिए कोई कारण नहीं बताया गया है। राजभवन की ओर से कल ही मीडिया को यह जानकारी मिली थी कि शुक्रवार को शाम साढे चार बजे बैठक होगी, जिसमें राज्य के हालात पर चर्चा की जाएगी।
उल्लेखनीय है कि राज्य में पीडीपी-बीजेपी की गठजोड वाली तीन साल पुरानी महबूबा मुफ्ती सरकार गिरने के बाद बुधवार को राज्य में राज्यपाल शासन लागू कर दिया गया। भाजपा ने सरकार गिराने के समय व्यापक राष्ट्रीय हित की रक्षा एवं राज्य में बढी आतंकी व अतिवादी घटनाओं को कारण बताया था।
राज्य विधानभा का छह साल का मौजूदा कार्यकाल मार्च 2021 के तक के लिए है। बदली परिस्थितियों में वोहरा को केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने कार्यकाल विस्तार दिया, जो 25 जून को खत्म होने वाला था।
उधर, मीडिया में यह रिपोर्ट भी आयी है कि पर्दे के पीछे वैकल्पिक सरकार गठन की अलग-अलग पार्टियों द्वारा कवायद की जा रही है।
एक पक्ष केंद्र को संदेश देने के लिए पीडीपी व नेशनल कान्फ्रेंस को मिल कर सरकार बनाने को कह रहा है, वहीं पीडीपी नेता उमर अब्दुल्ला राज्य में नये सिरे से चुनाव कराने की मांग कर रहे हैं।
दस साल से लगातार जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल हैं NN Vohra
वोहरा पिछले दस साल से लगातार जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल हैं। वह कांग्रेस सरकार के समय नियुक्त एकमात्र ऐसे राज्यपाल हैं जिन्हें बीजेपी सरकार ने नहीं हटाया है।
वोहरा को जून 2008 में राज्यपाल नियुक्त किया गया था और उन्हें 2013 में फिर से राज्यपाल का कार्यभार सौंपा गया था। मंगलवार को बीजेपी ने राज्यपाल एनएन वोहरा को समर्थन वापसी का पत्र देते हुए राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाने की सिफारिश की थी।
बुधवार सुबह ही राष्ट्रपति ने जम्मू-कश्मीर में राज्यपाल शासन लगाने को मंजूरी दे दी. इस तरह 81 साल के NN Vohra के हाथ में चौथी बार राज्य का शासन आ गया है।
-एजेंसी