हार्ट अटैक: ज्यादा बच्चों वाली मां को अधिक खतरा
आपको जानकर हैरानी होगी लेकिन यह सच है कि ज्यादा बच्चे पैदा करने वाली महिलाओं को हार्ट अटैक का खतरा अधिक रहता है। यूके के अनुसंधानकर्ताओं ने अपनी एक स्टडी में पाया कि वैसी महिलाएं जिनके एक या दो से ज्यादा बच्चे हैं उन्हें भविष्य में हार्ट अटैक होने का खतरा 40 फीसदी बढ़ जाता है।
यूनिवर्सिटी ऑफ कैम्ब्रिज के वैज्ञानिकों ने अपनी स्टडी में बताया कि 5 या इससे अधिक बच्चों वाली मांओं को हार्ट अटैक का खतरा सबसे अधिक रहता है, लेकिन हर बच्चे के साथ दिल की बीमारियों का खतरा बढ़ता जाता है।
प्रेग्नेंसी से हृदय पर बढ़ता है दबाव
अनुसंधानकर्ताओं का कहना है कि प्रेग्नेंसी और बच्चे का जन्म, इन दोनों की वजह से हृदय पर जबरदस्त दबाव पड़ता है, ऐसे में अगर परिवार बड़ा हो तो उन्हें पालने और ध्यान रखने की वजह से मां का स्ट्रेस भी बढ़ता है जिस वजह से वह खुद पर बिलकुल ध्यान नहीं दे पाती। 5 या ज्यादा बच्चों वाली मांओं में 1 या 2 बच्चों वाली मांओं की तुलना में हृदय रोग होने का खतरा 30 फीसदी बढ़ जाता है जो हार्ट अटैक का सबसे प्रमुख कारण है। इसके अलावा स्ट्रोक का खतरा 25 फीसदी बढ़ जाता है और हृदय गति रुकने का खतरा 17 फीसदी बढ़ जाता है।
स्टडी में 8 हजार महिलाएं शामिल
इससे पहले हुई कुछ स्टडीज में यह बात सामने आयी थी कि ब्रेस्टफीडिंग करने यानी बच्चे को अपना दूध पिलाने से दिल को सुरक्षित रखा जा सकता है लेकिन इस रिसर्च में यह बात सामने आयी है कि ज्यादा बच्चे पैदा करने से दिल को होने वाले अतिरिक्त खतरे को कम नहीं किया जा सकता। मैनचेस्टर में हुई ब्रिटिश कार्डियोवस्क्युलर सोसायटी कॉन्फ्रेस में इस स्टडी को रखा गया जिसमें अनुसंधानकर्ताओं ने बताया कि इस स्टडी में अमेरिका की 45 से 64 साल की 8 हजार वाइट और ऐफ्रिकन-अमेरिकन महिलाओं को शामिल किया गया था।
रिसर्च का मकसद महिलाओं को प्रोत्साहित करना है
स्टडी में इस बात को भी शामिल किया गया कि ऐसी महिलाएं जिनका मिसकैरेज या दूसरी वजहों से कई बार प्रेग्नेंसी लॉस हुआ वैसी महिलाओं में 1 या 2 बच्चों वाली महिलाओं की तुलना में हृदय से जुड़ी बीमारियां होने का खतरा 60 फीसदी अधिक था। यूनिवर्सिटी ऑफ कैम्ब्रिज में इस स्टडी के लीड ऑथर डॉ क्लेयर ऑलिवर विलियम्स ने कहा, ‘मेरी इस रिसर्च का मकसद महिलाओं को डराना नहीं है बल्कि महिलाओं का ध्यान इस ओर आकर्षित करना है ताकि वे जितनी जल्दी हो इस बात को समझ लें कि उन्हें भी हार्ट अटैक का खतरा हो सकता है। इस रिसर्च के जरिए हम महिलाओं को प्रोत्साहित करने की कोशिश कर रहे हैं ताकि वे परिवार के साथ-साथ खुद को भी हेल्दी रखने की कोशिश करें।’
-एजेंसी