FIFA Facts: 90 मिनट में मैदान के 120 राउंड के बराबर दौड़ते हैं फुटबॉलर
नई दिल्ली। FIFA Facts के अंतर्गत हम आपको कुछ ऐसे तथ्य बताने जा रहे हैं जो इस खेल के रोमांच को और बढ़ायेंगे।
तीन दिन बाद फीफा वर्ल्ड कप शुरू होने जा रहा है, स्ट्रेंथ और स्टेमिना इस खेल की सबसे बड़ी डिमांड हैं इसीलिए एक मैच के दौरान एक खिलाड़ी औसतन 11.2 किलोमीटर दौड़ता है। ये दूरी एक फुटबॉल मैदान के 120 चक्कर के बराबर होती है। इस दौरान खिलाड़ी करीब 1500 कैलोरी ऊर्जा बर्न करता है।
मैच के 12 से 14 घंटे बाद लौटती है खिलाड़ियों ऊर्जा
मैच के दौरान खिलाड़ी के शरीर में कार्बोहाइड्रेट और प्रोटीन की खपत बढ़ जाती है। जिससे ऊर्जा की कमी हो जाती है। मैच में खत्म हुई ऊर्जा को वापस शरीर के अंदर आने में 12 से 14 घंटे का समय लगता है।
मिडफील्ड में रहने वाले खिलाड़ी सबसे ज्यादा व्यस्त होते हैं। मैदान के दोनों छोर तक का सफर तय करने वाले मिडफील्डर कभी-कभी 15 किमी से भी ज्यादा दूरी तय कर लेते हैं। वहीं, गोलकीपर सबसे कम दौड़ता है।
फुटबॉल से ज्यादा सिर्फ क्रिकेट में ही खिलाड़ी सबसे ज्यादा 12 किमी की दूरी तय करते हैं। फुटबाल में खिलाड़ी जो दूरी 90 मिनट के खेल में तय करता है, उस दूरी को एक क्रिकेटर 8 से 9 घंटे के खेल में तय करता है।
रोनाल्डो और मेसी से भी तेज सालाह
यूईएफा के अनुसार, मई 2018 में खत्म हुए चैम्पियंस लीग में मिस्त्र के मोहम्मद सालाह सबसे तेज खिलाड़ी साबित हुए थे। उन्होंने लियोनल मेसी, नेमार जूनियर और क्रिस्टियानो रोनाल्डो को भी पीछे छोड़ दिया। मैच के दौरान सालाह की टॉप स्पीड 33 किमी/घंटा की रही। जबकि, इस मामले में मेसी 28 किमी/घंटा की स्पीड से सबसे नीचे हैं।
रियाल मैड्रिड की तरफ से खेलने वाले पुर्तगाल के क्रिस्टियानो रोनाल्डो और पेरिस सेंट-जर्मेन की तरफ से खेलने वाले ब्राजील के नेमार जूनियर की सबसे तेज गति 31 किमी/घंटा की रही।
1966 के बाद बढ़ी खेल की स्पीड
जर्नल ऑफ साइंस एंड मेडिसिन एंड स्पोर्ट्स रिपोर्ट्स के मुताबिक, 1966 में हुए 8वें विश्व कप के बाद से खिलाड़ियों की फिटनेस पर ज्यादा नजर रखी जाने लगी। सही देखरेख के कारण खिलाड़ी चोटिल भी कम हुए। जिसके बाद अब तक खेल की स्पीड 15% बढ़ गई। चोट में कमी से गेंद पास करने की दर में भी 35 फीसदी का इजाफा हुआ।
FIFA Facts मेें टीम मैनेजमेंट का अहम स्थान होता है।
उनके मेंटल और फिजिकल ट्रेनिंग के लिए हर मिनट तक का हिसाब रखता है ताकि सभी खिलाड़ी सौ फीसदी फिट होकर मैदान में उतरें। सही फिटनेस से खिलाड़ी ज्यादा से ज्यादा समय ग्राउंड पर बिता रहे हैं।
-एजेंसी