पिता मुलायम ने अपर्णा को मनाया, लेकिन वो नहीं मानीं: अखिलेश यादव
समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने अपने छोटे भाई प्रतीक यादव की पत्नी अपर्णा यादव का टिकट काटे जाने और फिर उनके बीजेपी में शामिल होने पर कहा कि अभी तो बहुत सी सीटों पर प्रत्याशी तय ही नहीं हुए हैं। अखिलेश ने दावा किया कि उनके पिता मुलायम सिंह यादव ने अपर्णा को मनाया लेकिन वो नहीं मानीं।
उनके उन्होंने आजमगढ़ विधानसभा सीट से चुनाव मैदान में उतरने को लेकर स्थिति स्पष्ट नहीं की और सवाल पर सीधा जवाब देने से कन्नी काट गए।
उन्होंने अपर्णा के बीजेपी में शामिल होने को समाजवादी विचारधारा का विस्तार बताया। अखिलेश ने कहा, ‘टिकट अभी पूरे नहीं बंटे हैं। टिकट किसे मिलना है और किसे नहीं मिलेगा, यह क्षेत्र और जनता पर निर्भर करता है और हमारी इंटर्नल सर्वे रिपोर्ट पर भी निर्भर करता है।’
अखिलेश ने आजमगढ़ से विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ने की अटकलों पर कहा, ‘आजमगढ़ की जनता से अनुमति लेकर ही चुनाव लड़ूंगा, अगर चुनाव लड़ता हूं। उनसे अनुमति इसलिए लेनी पड़ेगी क्योंकि वहां के लोगों ने मुझे जिताया है।’ ध्यान रहे कि अखिलेश आजमगढ़ संसदीय क्षेत्र से ही अभी लोकसभा सांसद हैं।
सपा प्रमुख और यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार बनने के बाद समाजवादी पेंशन योजना को बहाल किया जाएगा। उन्होंने कहा कि पिछली बार की सरकार में समाजवादी पेंशन योजना के तहत गरीब परिवारों को सालाना 6 हजार रुपये मिलते थे, इस बार सरकार बनने पर यह रकम दो गुना बढ़ाकर सालाना 18 हजार रुपये किया जाएगा।
अखिलेश ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, ‘पिछली बार यूपी की समाजवादी पार्टी की सरकार ने समाजवादी पेंशन योजना चल रही थी। उससे 50 लाख परिवारों को मदद मिल रही थी। बीपीएल परिवार को प्रति वर्ष 18,000 रुपये किया जाएगा। साल में छह हजार रुपये मिलते थे।’
-एजेंसियां