सरकारी schools के पाठ्यक्रम में यूपी की विभूतियों के नाम भी जुड़े
गोरखपुर। उत्तरप्रदेश के सरकारी schools के पाठ्यक्रम में गोरखपुर समेत यूपी की विभूतियों के नाम भी जुड़ना शुरू हो गए हैं। इसी क्रम में अब पाठ्यक्रम में गोरक्षपीठ भी जुड़ गया है। कक्षा 6, 7 और 8 के पाठ्यक्रम में बाबा गोरखनाथ, बाबा गंभीरनाथ समेत कालजयी उपन्यासकार मुंशी प्रेमचंद, देश की आजादी के लिए हंसते हुए फांसी पर झूल जाने वाले शहीद पं. राम प्रसाद बिस्मिल, शहीद बंधू सिंह को शामिल किया गया है।
किताबों की आकर्षक छपाई
परिषदीय स्कूलों की किताबों का कलेवर पूरी तरह से बदल दिया गया है. किताबों की रंगीन छपाई आकर्षक लग रही है। वहीं पाठ्यक्रम में महान विभूतियों बाबा गोरखनाथ, बाबा गंभीरनाथ, स्वामी प्रणवानंद, शहीद पं. राम प्रसाद बिस्मिल, क्रांतिकारी बाबू बंधू सिंह की जीवनी को शामिल किया गया है। गोरखपुर के बीएसए भूपेन्द्र नारायण सिंह ने बताया कि कक्षा 1 से 8 तक की 8,36,957 से अधिक किताबें मंगाई जा चुकी हैं। इन किताबों को बीआरसी केंद्रों के माध्यम से स्कूलों में भेजने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। हमारे यहां परिषदीय स्कूलों के साथ प्राइमरी, अपर प्राइमरी, एडेड स्कूल हैं। इस साल पाठ्यक्रम में भी कुछ बदलाव किए गए हैं। गुरु गोरखनाथ को इस साल से कक्षा छह के ‘महान व्यक्तित्व’ नामक पुस्तक में शामिल किया गया है।
15 जुलाई तक होंगी उपलब्ध
किताब में पाठ छह के रूप में गुरु गोरखनाथ की जीवनी को जगह दी गई है। बीएसए भूपेन्द्र नारायण सिंह ने बताया कि पुस्तकों के साथ स्कूल ड्रेस, कॉपी-किताब, बस्ते, जूते-मोजे के साथ अन्य जरूरी सामान 15 जुलाई के पहले स्कूलों में उपलब्ध करा दिए जाएंगे। उन्होंने कहा कि यहां की महान विभूतियों को पाठ्यक्रम में शामिल करने से बच्चे यहां के महान लोगों के बारे में जान सकेंगे। इससे उनके बौद्धिक ज्ञान में वृद्धि होगी। इसी किताब में गोरखपुर के चौरीचौरा क्षेत्र के महान क्रांतिकारी बाबू बंधू सिंह की जीवनी भी शामिल की गई है। इसके अलावा बच्चों को आल्हा-उदल, रानी अवंतीबाई के बारे में भी जानकारी प्राप्त करेंगे।
38 अध्याय हो गए
कक्षा 6 में पिछले साल 32 अध्याय थे लेकिन, इस बार बढ़कर 38 अध्याय हो गए हैं। इसके अलावा बच्चे नेताजी सुभाष चन्द्र बोस, पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री, पं. दीनदयाल उपाध्याय और पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम को भी पढ़कर उनके बारे में जान सकेंगे। schools की कक्षा आठ की ‘महान व्यक्तित्व’ पुस्तक में भारत सेवाश्रम संघ के संस्थापक एवं योगीराज गंभीरनाथ के शिष्य स्वामी प्रणवानंद की जीवनी को भी रखा गया है।
-एजेंसी