पश्चिम बंगाल में अमित शाह बोले, जय श्रीराम का नारा ममता के कानों तक पहुंचाएं
कोलकाता। देश के गृह मंत्री और भारतीय जनता पार्टी के नेता अमित शाह ने दक्षिण 24 परगना जिले में बीजेपी की परिवर्तन यात्रा को रवाना किया। इस दौरान जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने सीएम ममता बनर्जी पर जमकर निशाना साधा। जय श्रीराम का नारा लगाते हुए शाह ने कहा कि यह नारा दीदी के कानों तक पहुंच जाना चाहिए। इस दौरान उन्होंने टीएमसी की गुंडागर्दी, घुसपैठ, दुर्गा पूजा को लेकर राज्य सरकार पर हमला बोला।
जनसभा को संबोधित करते हुए शाह ने जय श्रीराम के नारे का उद्घोष कराते हुए कहा, ‘जय श्रीराम का नारा तो लगना चाहिए। दीदी कहती हैं कि इस नारे से उनका अपमान हुआ। अब बताइए किसका अपमान होता है जय श्री राम के नारे से। तुष्टीकरण के खिलाफ है जय श्रीराम का नारा। इस नारे को लेकर बीजेपी घर-घर जाएगी। यह नारा दीदी के कानों तक पहुंचना चाहिए।’
अमित शाह ने कहा, ‘यह लड़ाई बंगाल को सोनार बांगला बनाने के लिए बीजेपी की जंग है। यह लड़ाई हमारे बूथ कार्यकर्ताओं और टीएमसी के सिंडिकेट के बीच है। ममता के रहते कानून नहीं रह सकता है। आपको ममता के गुंडों से डरने की जरूरत नहीं है। चुनाव के दिन एक भी गुंडा सड़क पर नहीं दिखेगा।’
‘सबको मौका दिया, हमें भी दीजिए’
उन्होंने जनता से अपील करते हुए कहा, ‘आपने कम्युनिस्टों को भी मौका दिया, तृणमूल को भी मौका दिया। बस एक बार बीजेपी को मौका देकर देखिए। केवल 5 सालों में ही बंगाल को बदलकर रख देंगे। डबल इंजन की सरकार से ही विकास संभव है। रविंद्रनाथ टैगोर, रामकृष्ण परमहंस, विवेकानंद, सुभाष चंद्र बोस, चैतन्य महाप्रभु की कल्पना का बंगाल बने। इसके साथ हम सबको साथ आकर काम करने की जरूरत है।’
‘मोदी जी ने पैसे भेजे, टीएमसी के गुंडे खा गए’
शाह ने कहा, ‘बंगाल के विकास के लिए मोदी जी ने बहुत पैसे भेजे। लेकिन ये सारे पैसे ममता दीदी के सिंडिकेट की भेंट चढ़ गए। अम्फान तूफान में केंद्र सरकार ने राज्य के लिए पैसा भेजा। उन पैसों को ये टीएमसी के गुंडे खा गए। बीजेपी की सरकार बनाइए। कोई घुसपैठिया तो क्या परिंदा भी पर नहीं मार नहीं पाएगा। राजनीतिक हिंसा में 130 से अधिक बीजेपी के कार्यकर्ता मारे गए।’
दुर्गा पूजा पर रोक क्यों लगाई दीदी?
उन्होंने कहा, ‘क्या बंगाल में दुर्गा पूजा नहीं होनी चाहिए? इसके लिए कोर्ट की परमिशन लेनी पड़ती है। क्या सरस्वती पूजा नहीं होनी चाहिए। ममता दीदी ने इन पर रोक लगा दिया। केवल बीजेपी की तरफ से दबाव के बाद उन्हें देवी सरस्वती की पूजा करते देखा गया। दीदी, बंगाल को पता है कि आपने स्कूलों में सरस्वती पूजा पर रोक लगाई है।’
-एजेंसियां