वाराणसी: दिनदहाड़े बाइक सवार गैंगस्टर समेत दो लोगों की हत्या
वाराणसी। वाराणसी में गैंगस्टर समेत दो लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी गई, मृतक 15 हजार का इनामी था। घटना जैतपुरा थाना इलाके की है। यहां चौकाघाट काली मंदिर के पास गुरुवार सुबह करीब 10.30 बजे हमलावरों ने गैंगस्टर अभिषेक सिंह उर्फ प्रिंस नाम के शख्स को निशाना बनाते हुए ताबड़तोड़ गोलियां चलाईं। वह अपने एक मित्र दीपक गौड़ के साथ बाइक से जा रहा था। फायरिंग में दीपक के पीठ में गोली लगी। जबकि अभिषेक के अलावा एक गोली मंदिर के पास हैंडपंप पर पानी पी रहे वाल्मीकि गौतम को भी लगी। इससे दोनों की मौत हो गई। घायल दीपक को अस्पताल में भर्ती करवाया गया है।
लालपुर पांडेयपुर थाना क्षेत्र में मकबूल आलम रोड निवासी अभिषेक सिंह उर्फ प्रिंस गुरुवार सुबह अपने एक साथी डीडीयू नगर अलीनगर निवासी दीपक गौड़ के साथ किसी मामले में एक अधिवक्ता से मिलने जा रहा था। चौकाघाट पुलिस चौकी से चंद कदम की दूरी पर काली मंदिर के पास पीछे से आए दो बाइक सवार बदमाशों ने सरेआम दोनों पर हमला किया। दीपक के पीठ में गोली लगने से वह बाइक लेकर गिर गया। वहीं अभिषेक की गोली लगने से मौके पर मौत हो गई। इसी दरम्यान एक गोली अभिषेक के सिर को छूते हुए मंदिर के बगल हैंडपंप पर पानी पी रहे वाल्मीकि को लगी जिससे उसकी भी मौत हो गई।
ताबड़तोड़ फायरिंग से चौकाघाट काली मंदिर में अफरा-तफरी मच गई। एसएसपी अमित पाठक और एसपी सिटी विकास चंद्र त्रिपाठी, क्राइम ब्रांच की टीम के साथ घटनास्थल पहुंचे। दीपक को सिंह मेडिकल कॉलेज में भर्ती करवाया गया।
वॉट्सऐप चैटिंग से खुला राज
एडीजी जोन बृजभूषण ने भी घटनास्थल पहुंचकर जानकारी ली। इस दौरान मृतक अभिषेक के वॉट्सऐप चैटिंग से बड़ा खुलासा हुआ। मृतक का पहले नाम संजय सिंह सामने आ रहा था लेकिन जब जांच हुई तो असलियत सामने आई। मृतक अभिषेक सिंह को 1 जुलाई 2018 को तत्कालीन क्राइम ब्रान्च प्रभारी विक्रम सिंह और कैंट इंस्पेक्टर राजीव रंजन उपाध्याय की टीम ने कैंट स्टेशन के पास से गिरफ्तार कर जेल भेजा था। उस समय उसके ऊपर 15 हजार का इनाम था। बताया जा रहा है कि मकबूल आलम रोड स्थित इसके आवास में बिहार के बालू कारोबारी आरिफ अंसारी की 2017 में हत्या हुई थी।
इसके अलावा अभिषेक सिंह असलहों की तस्करी और नारकोटिक्स की खरीद फरोख्त को लेकर कई लोगों से चैट किया था। कैंट थाने समेत वाराणासी के कई थानों में हत्या, लूट, गैंगस्टर एक्ट जैसे संगीन मामलों में इसके खिलाफ मुकदमे दर्ज हैं। हत्या के पीछे की वजह भी नारकोटिक्स व असलहों की तस्करी बताई जा रही है।
– एजेंसी