तीसरे मोर्चे के गठन पर केसीआर को Stalin ने दिखाया आइना
हैदराबाद। डीएमके प्रमुख MK Stalin ने सोमवार को केसी राव से मुलाकात के बाद तीसरे मोर्चे की सरकार बनने के दावों को खारिज कर दिया और कहा कि चुनाव बाद केंद्र में गैर भाजपा और गैर कांग्रेस सरकार बनने की उम्मीद नहीं है।
गैर-भाजपा और गैर-कांग्रेस गठबंधन की केसी राव की कोशिशों को Stalin ने यह कहते हुए नकार दिया है कि वह अपने मौजूदा कांग्रेस-डीएमके गठबंधन में ही रहेगी। सोमवार को राव की स्टालिन से उनके आवास पर इसी विषय पर मुलाकात हुई थी।
इसके बाद स्टालिन ने राव से अपील की है कि वे भी कांग्रेस को समर्थन दें। स्टालिन ने पीएम पद के लिए एक बार फिर राहुल गांधी के नाम की हिमायत की है। राव इससे पहले केरल के सीएम पी विजयन से मिले थे, उनका मानना है कि लोकसभा चुनाव में क्षेत्रीय पार्टियों का प्रदर्शन प्रभावशाली रहेगा। डीएमके ने क्षेत्रीय दलों की सरकार की संभावना से इंकार कर दिया है।
अंग्रेजी अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया ने लिखा है कि केसीआर ने स्टालिन से संघीय मोर्चे में शामिल होने की बात कही, लेकिन स्टालिन ने उन्हें यूपीए में आने का न्योता दे दिया। इस दौरान दोनों नेताओं के बीच इस बात को लेकर सहमति बनी कि क्षेत्रीय नेताओं को एक साथ मिलकर काम करना चाहिए और राज्यों के लिए अधिक शक्तियों की मांग करनी चाहिए।
एक घंटे तक चली इस बैठक में केसीआर ज्यादातर इस बात पर जोर देते रहे कि भाजपा और कांग्रेस के इतर एक तीसरे मोर्चे की जरूरत है, लेकिन स्टालिन अपनी बात पर अड़े रहे। स्टालिन प्रधानमंत्री के रूप में राहुल गांधी के नाम का सुझाव पहले ही दे चुके हैं। स्टालिन ने कहा कि केसीआर को कांग्रेस की अगुआई वाले यूपीए गठबंधन में शामिल हो जाना चाहिए। इस बीच स्टालिन ने कहा कि राज्यों को जल्दबाजी में भाजपा या कांग्रेस के प्रति समर्पित होना ठीक नहीं है।
स्टालिन ने कहा कि हमने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और एनडीए के खिलाफ गठबंधन बनाया है और हमारी पूरे कैंपेन इस बात पर केंद्रित है कि मोदी सरकार ने किस तरह से पूरे पांच साल तमिलनाडु के साथ सौतेला व्यवहार किया।
डीएमके प्रवक्ता सर्वनन अन्नादुरै ने ट्वीट कर लिखा कि हमारे नेता एम के स्टालिन ने तेलंगाना के मुख्यमंत्री केसीआर से कहा है कि वे कांग्रेस गठबंधन को समर्थन दें। उन्होंने आगे लिखा है कि 2019 के चुनाव में राज्यों के नेता ही 23 मई के बाद असली हीरो होंगे।
-एजेंसी