Padma Awards: कादर खान, प्रभु देवा, मनोज वाजपेयी समेत कई सितारेे सम्मानित
नई दिल्ली। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद राष्ट्रपति भवन में आयोजित एक विशेष कार्यक्रम में इस साल Padma Awards के लिए चुने गए 112 शख्सियतों में से 56 लोगों को प्रतिष्ठित पुरस्कार प्रदान किया। Padma Awards को लेकर बॉलीवुड हस्तियों के लिए भी आज का दिन काफी शानदार रहा।
पद्म श्री के सम्मान की लिस्ट में मशहूर सिंगर शंकर महादेवन (Shankar Mahadevan) और एक्टर-कोरियोग्राफर प्रभुदेवा (Prabhudeva) समेत मनोरंजन जगत के कई सितारों को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने पद्म श्री के सम्मान से नवाजा। मनोज बाजपेयी को पद्म श्री पुरस्कार दिया गया।
राष्ट्रपति ने दक्षिण भारत के सुपरस्टार मोहनलाल को पद्म भूषण सम्मान से सम्मानित किया। कला और नृत्य के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान देने के लिए निर्देशक और अभिनेता प्रभुदेवा को पद्मश्री सम्मान से सम्मानित किया गया। इस विशेष समारोह में 56 हस्तियों को पद्म अलंकरण दिए गए हैं।
कादर खान (मरणोपरांत) को भी अभिनय के लिए पद्मश्री दिया गया। कादर खान का निधन 31 दिसंबर 2018 को हुआ था। कादर लंबे वक्त से बीमार चल रहे थे। वहीं पद्म भूषण मिलने के बाद अभिनेता मोहनलाल ने कहा, ‘यह बहुत बड़ा सम्मान है। एक व्यक्ति के रूप में, एक अभिनेता के रूप में यह बहुत बड़ी उपलब्धि है।
25 जनवरी को 112 पद्म विजेताओं के नामों का ऐलान किया गया था। इनमें लोकगायिका तीजन बाई, क्रिकेटर गौतम गंभीर और अभिनेता मनोज वाजपेयी समेत विभिन्न क्षेत्रों की हस्तियां शामिल थीं।
इन्हें सम्मानित किया गया
पद्म भूषण : सरदार सुखदेव सिंह ढींगरा (राजनीति), हुकुमदेव नारायण यादव (राजनीति)
पद्मश्री : शंकर महादेवन (अभिनय), प्रभुदेवा (अभिनय), मोहनलाल (अभिनय), कादर खान (अभिनय, मरणोपरांत), कुलदीप नैयर (सहित्य-शिक्षा, मरणोपरांत), पूर्व विदेश सचिव सुब्रमण्यम जयशंकर (प्रशासन), टेबल टेनिस खिलाड़ी शरत कमल (खेल), ग्रैंडमास्टर हरिका द्रोणावल्ली (खेल), बजरंग पूनिया (खेल)।
क्या होते हैं पद्म पुरस्कार?
अलग-अलग क्षेत्रों में अच्छा काम करने वाली शख्सियत को हर साल पद्म पुरस्कार दिए जाते हैं। जैसे- कला, साहित्य और शिक्षा, खेल, चिकित्सा, सामाजिक कार्य, विज्ञान एवं अभियांत्रिकी, सार्वजनिक मामले, नागरिक सेवा और व्यापार एवं उद्योग। पुरस्कारों के लिए आए नामांकन पद्म पुरस्कार समिति के सामने रखे जाते हैं। प्रधानमंत्री हर साल इस समिति का गठन करते हें। पुरस्कारों का ऐलान गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर किया जाता है। पद्म पुरस्कारों के लिए राज्य और केंद्र शासित प्रदेशों की सरकारें, मंत्रालय, भारत सरकार के विभाग और सांसद भी सिफारिशें भेज सकते हैं।