संस्कृति विवि में नया सत्र शुरु, स्वदेशी एप से चलीं कक्षाएं
मथुरा। संस्कृति विश्वविद्यालय में नए सेशन की ऑनलाइन शुरुआत हो चुकी है। प्रदेश में पहली बार ख्यातिप्राप्त कंपनी अपग्रेड के प्लेटफार्म पर इंजीनियरिंग क्लासेज का शुभारंभ हुआ है। कंपनी के साथ हुए एमओयू के बाद विद्यार्थियों को अत्याधुनिक और उन्नत स्वदेशी एप के माध्यम से शिक्षा का मार्ग प्रशस्त हो सका है।

संस्कृति स्कूल ऑफ इंजीनियरिंग के डॉ. के.के. शर्मा ने बताया कि इस उन्नत एप के माध्यम से बुधवार पांच अगस्त से शुरू हुई कक्षाएं नियमित चलेंगी। इस एप के द्वारा बड़ी संख्या में विवि के छात्र-छात्राएं एक साथ अध्ययन कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि अभी तक कक्षाओं के लिए जिन एप का प्रयोग हो रहा था उनसे निजी सूचनाओं के चोरी होने का खतरा बना रहता था लेकिन कंपनी द्वारा उपलब्ध कराया गया प्लेटफार्म पूरी तरह से सुरक्षित है। कोड लीक होने बावजूद कोई भी बाहरी तत्व इसमें प्रवेश नहीं कर सकता।
इसमें हजारों छात्र-छात्राएं एक साथ अध्ययन कर पा रहे हैं। इसके अलावा इस सॉफ्टवेयर के माध्यम से विद्यार्थियों, शिक्षकों और क्लास संबंधी विस्तृत रिपोर्ट्स भी आसानी से तैयार हो सकेंगी। इसके माध्यम से शिक्षण कार्यक्रम भी आसानी से तैयार किया जा सकेगा।
उन्होंने बताया कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘लोकल फॉर वोकल’ के संदेश को यह सॉफ्टवेयर पूरी तरह से चरितार्थ कर रहा है। नए सत्र के पहले दिन संस्कृति स्कूल ऑफ इंजीनिरिंग एंड टेक्नोलॉजी के डॉ.के.के.शर्मा के अलावा संकाय सदस्य लीशा युगल एवं चिरांगधा दुबे ने कक्षाएं लीं।
संस्कृति स्कूल ऑफ इंजीनियरिंग के डीन डॉ. सुरेश कासवान ने शिक्षकों और विद्यार्थियों को दिए अपने शुभकामना संदेश में कहा कि समस्याएं आती रहेंगी और हम उनका सामना करते रहेंगे। शैक्षणिक सत्र रुकने नहीं चाहिए, समय से ही पूरे होने चाहिए। संस्कृति विवि इसके लिए बहुत गंभीर है और विद्यार्थियों के हित में हर संभव कदम उठा रहा है।