Kashi Vishwanath मंदिर के गर्भगृह में प्रवेश पर लगी रोक हटी
वाराणसी। Kashi Vishwanath मंदिर के गर्भगृह में श्रद्धालुओं के प्रवेश पर लगी रोक को अब हटा दिया गया है। यह प्रतिबंध सावन माह में लगाया था, जो अब आस्थावानों की आस्था को देखते हुए मंदिर प्रशासन ने हटा दिया है।
द्वादश ज्योतिर्लिंगों में से एक बाबा Kashi Vishwanath दरबार में सावन माह से ही चल रहा गर्भगृह में आस्थावानों का प्रवेश प्रतिबंध आखिरकार हट गया है। गुरुवार को गर्भगृह में प्रवेश प्रतिबंध हटने के बाद श्रद्धालुओं ने बाबा दरबार में हाजिरी लगाई और बाबा को नमन करने के साथ हर हर महादेव का नारा लगाया। हालांकि बाबा दरबार स्थित गर्भगृह में दुग्धाभिषेक सहित अन्य पूर्ववर्ती प्रतिबंध जारी रहेंगे।
लंबे समय से बाबा दरबार में सावन के बाद से ही प्रतिबंध हटाने की मांग की जा रही थी। आखिरकार मंदिर प्रशासन ने नवरात्र के मौके पर बाबा दरबार में गर्भगृह तक भक्तों के प्रवेश और दर्शन पूजन की अनुमति दे दी। इसके बाद भक्तों की कतार भी मंदिर में नजर आई और नवरात्र पर बाबा के दर्शन कर लोगों ने पुण्य भी कमाया।
गुरुवार को दोपहर बाद बाबा दरबार में भोग आरती करने के बाद आम श्रद्धालुओं को गर्भगृह में प्रवेश दिया गया। वहीं लंबे समय बाद बाबा दरबार में गर्भगृह तक प्रवेश मिलने से आस्थावानों में भी काफी खुशी का माहौल रहा। वहीं भक्तों ने भी गर्भगृह में प्रवेश कर हर हर महादेव का नारा लगाकर बाबा विश्वनाथ का विधि विधान पूर्वक दर्शन पूजन किया। दूसरी ओर मंदिर के गर्भ्रगृह में सुरक्षा व्यवस्था भी इस दौरान चुस्त दुरुस्त रही। वहीं भक्तों का गर्भगृह में पूजन का लाइव प्रसारण भी जारी किया गया।
दरअसल, काशी विश्वनाथ मंदिर प्रशासन ने भीड़ को नियंत्रित करने के लिए सावन में श्रद्धालुओं के गर्भगृह में प्रवेश के लिए अस्थायी तौर पर रोक लगाई थी। सावन महीने में श्रद्धालुओं ने इस बार मंदिर के गर्भगृह के दरवाजे से ही दुग्धाभिषेक और जलाभिषेक किया था।
इसके बाद प्रशासन से 17 अगस्त को श्रद्धालुओं के मंदिर के गर्भगृह में प्रवेश पर रोक स्थायी कर दी थी, जो अभी तक चली आ रही थी। मंदिर प्रशासन ने अब, नवरात्र के मौके पर श्रद्धालुओं को गर्भगृह में प्रवेश और दर्शन-पूजन की अनुमति दे दी है। अब मंदिर में भक्तों की कतार लग रही है।